बेतिया के आठ पंचायत को नगर निगम से अलग करने की मांग पर प्रदर्शन
बेतिया, 17 नवम्बर बेतिया के नव निर्मित नगर निगम में बेतिया के 7 तथा नौतन के 1 पंचायत को बेतिया के नगर निगम से अलग करने की मांग को लेकर भाकपा-माले और पंचायत बचाओं संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आज जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
सभा को भाकपा-माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पश्चिम चम्पारण के बेतिया अंचल के 7 तथा नौतन के 1 पंचायत को बेतिया के नव निर्मित नगर निगम में जनता के विरोध के बावजूद शामिल कर लिया गया है। नगर निगम बनाने के लिए जो मापदण्ड है उसमें (1) बरवत सेना (2) अहवर मझरिया (3) पिपरा पकड़ी (4) गोनौली (5) बरवत प्रसराईन (6) पूर्वी करगहिया (7) बानूछापर एवं नौतन प्रखण्ड के (8) सनसरैया पंचायतों की 95 प्रतिशत आबादी कृषि एवं कृषि कार्य में लगे किसान मजदूरी की है। यहां अधिकांश गरीब एवं भूमिहीन सरकारी जमीन, पर्चा, बेतिया राज आदि के जमीनों पर अपना घर बना अपनी जीविका चलाते है।
भाकपा-माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि सांसद, विधायक, नगर निगम से जुड़े पार्षद एवं पेशेवर भू-माफियागिरी को संचालित करने वाले इनलोगों के नाते, रिश्तेदारों एवं प्रभावशाली दबंगों ने यहाँ की अधिकांश जमीन खरीद रखा है। जनता के नगर निगम के आपत्ति को नजर अंदाज कर यह सब किया गया है। जिसका खमियाजा इन पंचायतों की गरीब वो कमजारे जनता को भुगतना पड़ेगा। अतः बेतिया नगर निगम में जबरन शामिल किये गये 8 पंचायतों की जनता भाकपा (माले) एवं ग्राम पंचायत बचाओ संघर्ष समिति, बेतिया, प० चम्पारण के नेतृत्व में हजारों की संख्या में प्रर्दशन में शामिल होकर आवाज उठाई, इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि है जनता के मांग पर सरकार सहानुभूति से विचार करें।