पश्चिम रेलवे ने 1 अप्रैल 2021 से अब तक 13090 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया
मुंबई कोविड-19 महामारी से उत्पन्न कठिन चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। पश्चिम रेलवे ने 21 फरवरी 2022 को 13,000 करोड़ रुपये के प्रारंभिक राजस्व के आंकड़े को पार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि सिर्फ 21 फरवरी 2022 को यात्री राजस्व में 17.14 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के बाद से एक दिन में सर्वाधिक यात्री राजस्व है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार, 1 अप्रैल 2021 से 21 फरवरी 2022 की अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 28% से अधिक की वृद्धि दर्ज करते हुए 13090 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया। इसमें यात्री सेक्टर से 3126 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है और माल सेक्टर से 9618 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं जबकि पार्सल और सामान ढुलाई से 259 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इसके अलावा टिकट जांच से 88 करोड़ रुपये का योगदान मिला है।
पश्चिम रेलवे ने कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के बाद से 21 फरवरी 2022 को यात्री राजस्व से 17.14 करोड़ रुपये का एक दिन का सर्वाधिक राजस्व भी प्राप्त किया। इनमें से 2.14 करोड़ रुपये और 0.71 करोड़ रुपये क्रमश: यूटीएस उपनगरीय एवं यूटीएस गैर-उपनगरीय क्षेत्रों से जबकि 14.29 करोड़ रुपये पीआरएस बुकिंग से प्राप्त हुए हैं।
ठाकुर ने बताया कि नीतियों में व्यापक बदलाव और विभिन्न क्षेत्रों में पश्चिम रेलवे द्वारा आक्रामक विपणन प्रयासों से राजस्व में निरंतर वृद्धि हुई है। इस दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि मुंबई सेंट्रल मंडल ने पार्सल राजस्व में पहली बार 100 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 90% अधिक है। साथ ही, मुंबई मंडल ने माल ढुलाई क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में 62% की वृद्धि दर्ज करके उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।