शिव महापुराण कथा एवं रूद्र महायज्ञ से पूर्व निकाली भव्य कलश यात्रा में शामिल हुई हजारों महिलाएं
– यज्ञ आचार्य एवं संयोजक पण्डित प्रिंस मुदगिल व भक्त रवि मदान के नेतृत्व में निकाली कलश् यात्रा-
शिव- पार्वती के नृत्य की टीम लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही
कलश यात्रा के दौरान यज्ञ आचार्य एवं संयोजक पण्डित प्रिंस मुदगिल व भक्त रवि मदान नेतृत्व करते हुए।
गन्नौर। जन कल्याण के लिए शिव महापुराण कथा एवं रूद्र महायज्ञ की शुरूआत में मंगलवार को गन्नौर में करीब 1100 महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा बंसत बिहार से शुरू हुई। जिसका नेतृत्य यज्ञ आचार्य एवं संयोजक पण्डित प्रिंस मुदगिल व भक्त रवि मदान ने किया। कलश यात्रा में मनमोहक झांकियां, भजन उत्सव, शिव पार्वती का नृत्य सहित दर्जन गतिविधियां यात्रा में आकर्षक का केन्द्र बनी रही। यात्रा नगरपालिका रोड से होती हुई रेलवे रोड, जनता स्कूल से बादशाही रोड़, गन्नौर गांव से होती हुई वापिस बसंत बिहार में आयोजन स्थल पर आकर समाप्त हुई। यज्ञ आचार्य एवं शि महापुराण कथा एवं रूद्र महायज्ञ के आयोजक प्रिंस मुदगिल व रवि मदान ने बताया कि कथा वाचक आचार्य सुधीर महाराज होंगे। 23 फरवरी को दूसरे दिन शिवलिंग अवतार की कथा, 24 को महारूद्राक्ष की कथा, 25 को सती मां का पावन चरित्र, दक्ष के यज्ञ की कथा, 26 को शिव पार्वती का मंगल विवाह, 27 को द्वादश ज्योतिलिंग की कथा, 28 को शिव बेलपत्र महिमा, भस्मासुर आदि उद्वार व 1 मार्च को 108 हवन कुण्डों का रूद्र महायज्ञ, भजन सर्कीतन एवं भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
शिव- पार्वती के नृत्य की टीम लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहीकलश यात्रा में हरियाणा की लोक संस्कृति की झलक भी साफ दिख रही थी। दिल्ली से आई शिव- पार्वती के नृत्य की टीम लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी थी। यात्रा में श्रद्धालु भी नृत्य करते दिखे। इस दौरान भारत माता, मोर की झांकियां, राधा-कृष्ण की झांकियां, भजन गाते कलाकार आदि की झांकियां आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही। महिलाओं ने धामिर्क गीातों से वातावरण को भक्तिमय बनाया।