मनुष्य को महान बनाने में पुस्तकों की है अहम भूमिका : कुलपति प्रो.अनायत
कुलपति प्रो.अनायत ने किया राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की वाहन के पुस्तकालय का उद्घाटन
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के पुस्तकालय में हैं महापुरुषों की जीवनियां व विभिन्न विषयों पर पुस्तकें
सोनीपत, 1 अगस्त। दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,मुरथल के कुलपति प्रो.राजेंद्रकुमार अनायत ने कहा कि ज्ञान एक सत्त सीखने की प्रक्रिया है। मानव पुस्तकों से मानव आजीवन सीखता रहता है। उन्होंने कहा कि पुस्तक मनुष्य के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। पुस्तक को पढ़कर ही मनुष्य महान बनता है और सफलता की शीर्ष तक पहुंचता है।
डीसीआरयूएसटी,मुरथल में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास का वाहन पुस्तकालय पहुंचा। वाहन पुस्तकालय का उद्घाटन कुलपति प्रो.अनायत ने किया। कुलपति प्रो.अनायत ने कहा कि पुस्तक ज्ञान का भण्डार हैं,जो जितना ज्ञान का भण्डार प्राप्त करना चाहता है, वह पुस्तकों के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। पुस्तकें मानव को आदर्श बनाती हैं तथा महान बनाने में अहम भूमिका अदा करती हैं। उन्होंने कहा कि पुस्तकें मनुष्य को एक काल्पनिक दुनिया में ले जाती है और पढ़ने के बाद हम बहुत अच्छा महसूस करते हैं। पुस्तकें हमारी अंतर्दृष्टि और कल्पना शक्ति को उन्नत करने में हमारी सहायता करती है।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक कर्नल मलिक ने कहा कि वाहन पुस्तकालय पर गणित, विज्ञान एवं पर्यावरण पर आधारित पुस्तकें हैं। इसके अतिरिक्त महापुरुषों की जीवनियों पर भी अनेक पुस्तकें हैं। उन्होंने कहा कि न्यास के वाहन पुस्तकालय पर पुस्तकें कम कीमत पर उपलब्ध हैं। इस अवसर पर वाहन पुस्तकालय प्रभारी अधिकारी रोहित कुमार, सहयोगी प्रेम चंद, सतीश कुमार व बस चालक मनोज कुमार उपस्थित थे।