उत्तर प्रदेश

परिवार नियोजन कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने पर मंथन

परिवार नियोजन कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना जरूरी: आलोक कुमार

लखनऊ, 22 सितम्बर। विश्व गर्भनिरोधक दिवस के उपलक्ष्य में स्वयंसेवी संस्था ममता एचआईएमसी ने गुरुवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि सचिव योजना एवं वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के नोडल अधिकारी आलोक कुमार ने परिवार नियोजन कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया।

इस अवसर पर आलोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी प्रगति हासिल की है। इन उपलब्धियों को बनाए रखने के लिए युवाओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए विभिन्न विभागों के बीच एक बहुक्षेत्रीय समन्वय होना ज़रूरी है।

कहा कि हम साझा दृष्टिकोण, संयुक्त जवाबदेही और पर्यवेक्षण के ज़रिये विभिन्न विभागों के सम्मिलित प्रयासों को सफल बनाने की कोशिश करेंगे।

आलोक कुमार ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता दोहराता हूं कि राज्य के प्रत्येक युवा को सार्थक आर्थिक अवसर प्राप्त हो। वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था युवाओं को सूचना, ज्ञान और कौशल प्रदान करेगी ताकि वह राज्य के समग्र विकास में सार्थक योगदान दे सकें।

महानिदेशक, परिवार कल्याण निदेशालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. रेणु श्रीवास्तव वर्मा ने कहा कि परिवार नियोजन सेवाओं पर युवाओं को और अधिक जागरूक करने की ज़रूरत है जिससे वह परिवार नियोजन से जुड़े निर्णय पूरी जानकारी के साथ ले सकें।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की परिवार नियोजन कार्यक्रम की महाप्रबन्धक डॉ. रिंकू श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य ने युवा और दो या उससे कम बच्चों वाले जोड़ों पर ध्यान केंद्रित करते हुए खुशहाल परिवार दिवस, अंतराल दिवस जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं।

इस मौके पर बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. देवेन्द्र खंडैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने अपनी स्वास्थ्य सेवाओं, विशेष रूप से परिवार नियोजन सेवाओं को युवाओं के अनुकूल और युवा केंद्रित बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। नए-नए प्रयास करके ही युवाओं की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।

संयुक्त निदेशक, पंचायती राज प्रवीना चौधरी ने कहा कि हमारा विभाग पंचायती राज संस्थाओं और युवाओं के बीच तालमेल स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। युवाओं के समग्र विकास से ही सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन तथा सुशासन की गति तेज़ होती है।

कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और प्रदेश भर में स्वास्थ्य के मुद्दे पर काम कर रहीं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भाग लिया। कार्यशाला में डॉ. एन सी प्रजापति एडीजी चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा विभाग, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से मेधा गांधी व अभिजीत पाठक, प्रदीप कुमार-संयुक्त मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन शामिल रहे बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के एसपीओ डॉ. विकास यादव ने आज की कार्यशाला की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला और अतिथियों का आभार ज्ञापित किया।

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