सोनीपत: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर सतकुंभा तीर्थ पर हजारों ने किया स्नान
Thousands take bath at Satkumbha shrine on Jyeshtha Purnima
– स्नान किया पाठ पूजा की प्रसाद ग्रहण किया
-कैलाना के नीलकंठ महादेव मंदिर में भी लगा भंडारा
सोनीपत, 14 जून। सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम के पीठाधीश्वर श्रीमहंत राजेश स्वरूप महाराज ने कहा कि ज्येष्ठ का पूर्णिमा पर स्नान और प्रसाद वितरण विशेष महत्व रखता है, स्नान करने से जहां हमें निरोगी काया मिलती है वहीं पर दान पुण्य करने से हमें जीवन में खुशियां प्राप्त होती हैं। वहीं दूसरी ओर गांव कैलाना के नीलकंठ महादेव मंदिर में दो तपष्वी महंत बारुनाथ, महंत रामानंद सरस्वती ने ने 41 दिन की 11 धूने की तपष्या पूरी की और महामंडलेश्वर राधिका सरस्वती के परम सांनिध्य में अनंत भंडारा चला।
मंगलवार को महाराज श्री ने कहा की ज्येष्ठ सूर्य का माह कहलाता है। जिसमें साधु तपस्वी तपते हैं वहीं प्रभु के भक्त सेवा करके दान का पुण्य कमाते हैं वह अभी जैसे गंगा दशहरा आया अब पूर्णिमा आई कि लगातार जो हमें पुण्य का समय मिला यह हमारे लिए आपके लिए मानव जगत के लिए प्रभु की कृपा अनुकंपा है यह परम सौभाग्य के बाद है कि लगभग 65 वर्षों के पश्चात ऐसा योग बना है जो इस पूर्णिमा के पर देखने को मिला है।
प्रबंधक सूरज शास्त्री ने बताया कि दो भक्तों ने अलग-अलग सवामणी लगाई सत कुंभा धाम की ओर से खिचड़ी का प्रसाद वितरित किया गया यहां इस पुण्य को कमाने के लिए भक्तों ने सुबह ही आना शुरू कर दिया था। वहीं सेवा में लगे हुए सोमवीर शास्त्री, सत्यवान बाबा, अमित पंडित, सुरेंद्र पांडू पिंडारा से और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के स्वयंसेवक अपनी सेवा में लगे हुए थे। सोनीपत, दिल्ली, रोहतक, पानीपत, जींद, सांपला, समालखा, गोहाना आदि क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं ने सतकुम्भा सरोवर में जहां स्नान किया वहीं पर ज्योत लगाकर अपनी मनोकामना के नाम से पीपल के पेड़ पर धागा बांधा। भगवान शिव के मंदिर में पूजा अर्चना की, बाबा सीताराम के दरबार में माथा टेका और परम श्रद्धेय श्रीमहंत राजेश स्वरूप महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।