केंद्र सरकार सीबीआई अधिकारियों पर सिसोदिया को गिरफ्तार करने का बना रही दबाव : आतिशी
नई दिल्ली, 05 सितंबर। भाजपा की केंद्र सरकार की तरफ से सीबीआई अधिकारियों पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने का दबाव बनाया जा रहा है। सीबीआई अधिकारी जितेंद्र कुमार पर इतना दवाब बनाया गया की उन्होंने आत्महत्या कर ली। यह बातें आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं।
आतिशी ने कहा कि जितेंद्र कुमार सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच में उप लीगल एडवाइजर के पद पर थे। वह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर हो रही सीबीआई की कार्रवाई में लीगल एडवाइजर की भूमिका निभा रहे थे। एक लीगल एडवाइजर जांच अधिकारी नहीं होता है। लेकिन जांच रिपोर्ट पर अपनी कानूनी राय देता है, आखिर इस जांच के आधार पर अगली कार्रवाई क्या होनी चाहिए।
उन्होंने कहा सीबीआई के सभी अधिकारियों पर कई दिनों से बहुत दबाव बना हुआ है कि किसी भी तरह से मनीष सिसोदिया जी को गिरफ्तार किया जाए। सबसे पहले सीबीआई की इज्जत का ध्यान ना रखते हुए इतिहास में पहली बार सूत्रों के हवाले से एफआईआर दर्ज की गई। उसके आधार पर एक रेड का वारंट बनता है और 14 घंटे तक उप मुख्यमंत्री के घर पर रेड होती है, लेकिन कुछ भी नहीं मिलता है।
उन्होंने कहा कि हम पिछले दो सप्ताह से बार-बार सीबीआई से पूछ रहे हैं कि आखिरकार बताइए कि उपमुख्यमंत्री के घर से रेड में कितना कैश, सोना, हीरे-जवाहरात बेनामी संपत्ति के कागजात मिले हैं। लेकिन सीबीआई के अधिकारी कुछ नहीं बता रहें कि उन्हें क्या मिला है। उन्होंने गद्दे-तकिए फाड़ दिए और अलमारियों से सामान निकाल दिया लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
आतिशी ने कहा कि इसके बाद में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पत्नी का लॉकर चैक करने गए तो उसमें शादी पर मिले 50-60 हजार रुपए के गहने मिले। रेड और लॉकर में कुछ ना मिलने के बावजूद अभी भी सीबीआई पर दबाव बनाया जा रहा है कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट निकाला जाए। उस वारंट को लीगल एडवाइजर को मंजूर करना होता है और कहना होता है कि जो जांच-पड़ताल हुई है, उसके आधार पर यह अरेस्ट वारंट है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई में कोई भी लीगल एडवाइजर इस बात को कहने के लिए तैयार नहीं है। क्योंकि आखिरकार रेड और लॉकर में जब कुछ नहीं मिला तो कैसे कोई अधिकारी लिखित में कह देगा कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करना चाहिए।
इसी वजह से केंद्र सरकार की तरफ से सीबीआई के अधिकारियों पर बहुत ज्यादा दबाव बनाया जा रहा है कि मनीष सिसोदिया को किसी भी तरह से गिरफ्तार करना है। इतना दवाब बनाया गया जितेंद्र कुमार की उन्होंने आत्महत्या कर ली।
उन्होंने कहा कि हमारे देश का क्या यह हाल हो गया है कि केंद्र सरकार अपनी ही जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर इतना दबाव बना रहा है कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं ? केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकारें गिराने में लगे हुए हैं। उसके लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करते हुए झूठे केस बनाए जा रहे हैं? जब उन मामलों में कुछ नहीं मिलता तो सीबीआई के अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं कि झूठी एफआईआर दर्ज करो और अरेस्ट वारंट निकालो। हम किस तरह के देश में रह रहे हैं। जितेंद्र कुमार के पूरे परिवार के साथ आम आदमी पार्टी खड़ी है।