सीपीआई ने खाद की कमी को लेकर एक दिवसीय धरना दिया
सहरसा,09 सितंबर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सहरसा जिला द्वारा समाहरणालय पर खाद की कमी को लेकर धरना दिया गया।धरना को संबोधित कर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य कामरेड ओम प्रकाश नारायण ने कहा कि भारत सरकार से बिहार को जरूरत और निर्धारित कोटा के अनुसार उर्वरक नहीं मिल रहा है। खरीक के लिए बिहार को अगस्त माह में 7.70 लाख टन यूरिया 2.50 लाख टन डीएपी 1.90 लाख टन एनपीके तथा 95 हजार टन पोटाश मिलना था लेकिन मिला मात्र 6.26 लाख टन यूरिया डीएपी 1.66 लाख टन एनपीके 1.41 लाख टन और पोटाश मात्र 32 हजार टन।
जुलाई माह में भी कोटा से काफी कम मिला। जहां 4.90 लाख की जगह 3.72 लाख टन ही यूरिया मिला अन्य सभी उर्वरक का यही हाल है। 45 केजी वाले प्रति बैग यूरिया की सरकारी दर ₹266 निर्धारित है लेकिन किसानों से ₹400 वसूला जाता है। वह भी अनुपलब्ध आधार कार्ड पर मात्र एक या दो बैग दिया जाता है। अधिक मांगने पर 600 से ₹800 प्रति बैग किसान यूरिया खरीदने को अभिशप्त हैं। यूरिया की दुकानों पर किसानों की लंबी कतार लगी है। यूरिया संकट से अन्नदाता परेशान हैं।
सहरसा जिले में यूरिया की आपूर्ति 9656 एमटी की जगह 4057.02 एमटी मिला। 5046 एमटी डीएपी की जगह 2648 एमटी प्राप्त हुआ। दूसरे उर्वरक भी 28 जिले को दो माह में लगभग 80 हजार एमटी कम खाद मिला । धरना में जिलाधिकारी से मांग की गई की तमाम किसानों को सरकारी दर पर यूरिया सहित अन्य उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई जाए।