हड्डी और जोड़ों, एवं न्यूरोलॉजी के मरीजों को मिलेगा सही इलाज- डा. सत्य नारायण सरोहा
सोनीपत
मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल शालीमार बाग में आॅथोर्पेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सत्य नारायण सरोहा ने बताया कि जोड़ों के दर्द से जूझने वाले मरीजों का हमेशा बिना आॅपरेशन के इलाज करने की कोशिश करते है। दवाइयों, फिजियोथेरेपी, एक्सरसाइज और सावधानियों के जरिए मरीज को ठीक करने के प्रयास किए जाते है। लेकिन जिन मरीजों की हालत गंभीर होती है और उन पर नॉन इनवेसिव मेथड्स का असर नहीं हो पाता है उनके लिए मिनिमली इनवेसिव जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है। हिप रिप्लेसमेंट और घुटने का रिप्लेसमेंट भी किया जाता है जिससे मरीज अपनी रूटीन जिंदगी नॉर्मल तरीके से जी पाता है। कूल्हे और घुटने की समस्याओं के उपचार के तरीकों में प्रगति मिनिमली इनवेसिव प्रक्रियाओं के साथ अत्यधिक अनुकूल है, जिसमें तेजी से रिकवरी और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। 3डी और कंप्यूटर नेविगेटेड बाइलेटरल हिप रिप्लेसमेंट और टोटल नी रिप्लेसमेंट जोड़ों की बीमारियों वाले रोगियों के लिए सबसे अच्छा इलाज है। उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों में जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की संख्या में काफी इजाफा हुआ है, जॉइंट रजिस्ट्री के डाटा के अनुसार, 5 साल में 35000 घुटने के रिप्लेसमेंट, जिनमें से 25000 महिलाओं के थे, और 4000 हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की गई. रिपोर्ट से ये भी पता चलता है कि टोटल नी-रिप्लेसमेंट के 75 फीसदी से ज्यादा केस महिलाओं के थे, जो 45-70 वर्ष की उम्र के बीच के थे. 33000 हजार (97%) से ज्यादा टोटल नी रिप्लेसमेंट केस आॅस्टियोआर्थराइटिस के थे। जनता हॉस्पिटल के डायरेक्टर डा. आदिश जैन ने बताया की इसके अतिरिक्त मैक्स हॉस्पिटल से डॉक्टर के के जिंदल न्यूरोलॉजिस्ट हफ्ते में 2 दिन मंगलवार एवं शनिवार को ओपीडी करेंगे। डॉक्टर केके जिंदल पिछले 30 वर्षों से न्यूरोलॉजिस्ट के तौर पर कार्य कर रहे है। जो व्यक्ति याददाश्त में कमी, बैठने चलने में परेशानी, शरीर में कंपन निगलने में कठिनाई बोलने में अंतर आना, शारीरिक असंतुलन ,लकवा मारना, जीभ तुतलाना, मुंह टेढ़ा होना, आंख की पलक का गिरना अथवा न्यूरो से कोई भी संबंधित बीमारी से ग्रसित है वह दिल्ली ना जाकर अब सोनीपत में ही अपना इलाज करवा सकता है।