शहर में प्रदूषण नियंत्रित करने की डीएम से मांग
सहरसा,24 नवंबर। जिले में दिनानुदिन बढ़ रहे प्रदूषण के कारण आम लोगों का जीवन जीना मुहाल हो गया है। जिले का प्रदूषण का स्तर 350 से ऊपर चल रहा है जो यहां के निवासियों के लिए अशुभ संकेत है । जिलाधिकारी के नाम एसडीओ के द्वारा भेजे पत्र में कोसी विकास संघर्ष मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष विनोद कुमार झा संरक्षक प्रवीण आनंद ने कहा कि आवासीय क्षेत्र में अवस्थित रेलवे रैक प्वाइंट से उपजे प्रदूषण के कारण बीमारियों से निपटने के लिए जिला प्रशासन व्यवस्था करें।
उन्होंने कहा कि प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है हालांकि शहरी इलाके में ग्रामीण इलाकों की अपेक्षा अधिक प्रदूषित है। प्रदूषण से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार प्रयास हो रही है। रोज नए नए कानून पास किए जा रहे हैं । जिले में एक्यूआई का स्तर काफी भयावह है। उन्होंने कहा कि 0-50 के बीच बेहतर,51 से एक सौ संतोषजनक, 201 से 300 के बीच खराब,वही 301 से 400 के बीच बहुत खराब माना गया है।वहीं 400 से 500 एक्यूआई को गंभीर माना गया है जबकि जिले का प्रदूषण एक्युआई 350 एचपीए है जो शुभ संकेत नही है। प्रदूषण मुक्त वातावरण हम लोगों को भी चाहिए। अधिकांश बीमारियां प्रदूषण से हो रही है।प्रदूषण से बच्चा बच्चा बीमार हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि वायु जल मिट्टी का अवांछित शब्दों से दूषित होना प्रदूषण कहलाता है। बहुत सी चीजें ऐसी है जो मानव के लिए उपयोगी है लेकिन वह प्रदूषण पैदा करती है।भेजे पत्र में शिष्टमंडल ने कहा की सहरसा एक छोटा सा जिला है। सड़कें के संकीर्ण हैं। सैकड़ों गाड़ियों का आना जाना लगा रहता है।रेलवे शहर को दो भागों में बांट कर सहरसा के लोगों को जीना मुश्किल कर दिया है।जाम के समय अधिकांश गाड़ियां स्टार्ट रहती है और सभी गाड़ियों की जहरीली धुआं वातावरण को कितनी प्रभावित करती है समझा जा सकता है।बच्चे लोग स्कूल जाना नहीं चाहता है। रेलवे जान बूझकर सहरसा के लोगों को परेशान कर रही है। पूरे देश में कहीं भी रैक पॉइंट शहर के बीचो बीच आवासीय इलाके में नहीं है। लेकिन सहरसा में है। जिस दिन रेेल का रैक आता है। उस दिन दर्जनों ट्रैक्टर शहर के चारों और सड़क को रौंद देता है । प्रदूषण ही प्रदूषण दिखाई देता है। एक साथ कई ट्रैक्टर के आने जाने से घर में रहना मुश्किल हो जाता है। शिष्टमंडल सदस्यों ने अमर्यादित ट्रैक्टर चालक पर अंकुश लगाने सामान को ढककर धुलाई करने तथा नाबालिक द्वारा ट्रैक्टर चलाए जाने पर लगाम लगाए जाने की मांग की।
शिष्टमंडल में कामेश्वर यादव अधिवक्ता,दिलीफ कुमार झा,केशव कुमार श्रीवास्तव,चंद्र भूषण ओझा, मुकेश कुमार,मिथिलेश कुमार झा, सूर्यनारायण यादव एवं मोहमद वलीउल्लाह,प्रवीण लाल दास, बागेश्वर झा,अजय कुमार राम दिलीप कुमार राय, शिवनंदन ठाकुर, विलास यादव,धर्मदेेव यादव सहित अन्य मौजूद थे।