एड्स जागरुकता के लिए प्रचार-प्रसार को दें महत्व : डॉ हीरा लाल
प्रयागराज, 09 दिसम्बर। एचआईवी-एड्स नियंत्रण के लिए मरीजों की पहचान होना जरूरी है। इसके लिए सम्भावित ज्यादा से ज्यादा लोगों के टेस्ट होने चाहिए। जितने ज्यादा लोग बीमारी के विषय में जानेंगे उतनी तेजी से इस पर नियंत्रण होगा। एड्स को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से जागरुकता बढ़ाने के लिए लिए लोहे की प्लेट पर होर्डिंंग, वॉल पेंटिंग व सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए प्रचार-प्रसार करें।
यह बातें कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में आयोजित राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण सोसाइटी की समीक्षा बैठक में अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल ने कही। उन्होंने जनपद में एड्स कार्यक्रम के अंतर्गत कार्य कर रही सभी इकाइयों के सदस्यों से बात की व कार्यक्रम की स्थिति जानी। उन्होंने आ रही समस्याओं के बारे में चर्चा की व तत्काल प्रभाव से सम्भावित समस्याओं का निस्तारण किया।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए मासिक बैठक नियमित की जानी चाहिए। साथ ही कार्यक्रम की समीक्षा बैठक कर नोडल अधिकारी डॉ अरुण तिवारी सुनिश्चित करें की कार्यक्रम के विस्तार में किस प्रकार के बदलाव की आवश्यकता जरूरी है। जिससे कार्यक्रम की प्रगति की गति बढ़ सके। समय-समय पर नोडल व सीएमओ ब्लड बैंक का निरीक्षण करें ताकि हर जरूरतमंद को रक्त उपलब्ध कराया जा सके। नोडल सभी स्वास्थ्य इकाइयों में औचक निरिक्षण कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर मरीजों से भी बात करें, ताकि एड्स मरीजों के इलाज में आने वाली समस्याओं को दूर करने का कार्य भी हो सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नानक सरन ने डॉ हीरा लाल से सुझाव प्रेषित किया और कहा कि राज्य सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति कहीं से भी रक्तदान कर अपने लोगों के जीवन को बचा सके। जिस प्रकार एटीएम से कहीं भी पैसे निकाले व डाले जा सकते हैं। ठीक इसी प्रकार यह व्यवस्था हो कि मरीज के लिए रक्तदान करने वाला व्यक्ति किसी भी जनपद के सरकारी ब्लड बैंक में रक्तदान करे व मरीज को उसके जनपद के सरकारी ब्लड बैंक से ब्लड मिल जाए। राज्य के सभी ब्लड बैंकों में यह सुविधा मरीज के जीवन के लिए संजीवनी साबित होगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जनपद की जनसंख्या अधिक है इस वजह से यहां एड्स रोगियों की संख्या ज्यादा है। जिसका स्वास्थ्य विभाग पूर्ण प्रयास करता है कि सभी मरीजों को समुचित इलाज मुहैया करा सके। बैठक का संयोजन जिला एड्स रोकथाम एंव नियंत्रण इकाई के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ रोहित पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।