दीपावली पर निजामुद्दीन दरगाह में पूरे भक्ति भाव के साथ किया गया चिरागां
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर। रौशनी के त्यौहार दीपावली की झलक दिल्ली स्थित महान सूफी संत हजरत निमामुद्दीन औलिया की दरगाह पर अलग ही देखने को मिलती है। हर साल की तरह इस साल भी दिवाली के मौके पर महबूब-ए-इलाही के दर पर दिल्ली और आसपास के हिंदू श्रद्धालुओं ने दरगाह में हाजिरी दी और दिए जलाए। इसके साथ ही उन्होंने हजरत निजामुद्दीन औलिया के मजार के बाहर स्थित सेहन में रंगोली बनाई। इस मौके पर उन्होंने उनके मजार पर जाकर चादर और गुलपोशी की रस्म भी अदा की।
दरगाह के चीफ इंचार्ज काशिफ निजामी का कहना है कि हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह राष्ट्रीय एकता और हिंदू मुस्लिम सद्भाव की जीती जागती मिसाल है। यहां पर सभी धर्मों के मानने वाले लोगों को पूरा मान-सम्मान और आदर-सत्कार दिया जाता है। यही वजह है कि बड़ी तादाद में हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर हिंदू और दूसरे धर्मों के श्रद्धालु अपनी अकीदत पेश करने के लिए आते हैं। दिवाली पर भी यहां पर हिंदू श्रद्धालुओं के जरिए चिरागां किया जाने की पुरानी परंपरा है।
हर साल यहां पर बड़ी तादाद में हिंदू श्रद्धालु दरगाह प्रांगण में आकर दीये वगैरह जलाते हैं और रंगोली बनाते हैं। दरगाह पर गुलपोशी और चादर भी चढ़ाते हैं। इस तरह के आयोजनों से हिंदू मुस्लिम एकता और आपसी भाईचारे और मेलजोल की परंपरा को काफी बढ़ावा मिलता है। दरगाह के सज्जादानशीन और खादिम इत्यादि भी इस तरह के आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ख्वाजा के मानने वालों में बड़ी तादाद हिंदू श्रद्धालुओं की भी है और सज्जादगान हिंदू श्रद्धालुओं का यहां पूरे सम्मान के साथ उनका स्वागत करते हैं।