स्वतंत्रता हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग-बलिदान का परिणाम: नीलकंठ तिवारी
—आजादी के अमृत महोत्सव में 75 दिवसीय स्वच्छता अभियान में 67 दिन पूरे,विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया श्रमदान
वाराणसी,07 अगस्त। शहर दक्षिणी के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि स्वतंत्रता हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, बलिदान का परिणाम है। हमें इस बात को हमेशा याद रखना है। क्योंकि वही देश विकास के पथ पर अग्रसर होता है जो अपने इतिहास को याद रखता है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम विश्व का पहला ऐसा स्वतंत्रता संग्राम है जो बिना रुके बिना भटके अपने लक्ष्य के प्राप्ति तक चलता रहा। विधायक डॉ तिवारी आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री की पहल पर 75 दिवसीय स्वच्छता अभियान में 67वें दिन रविवार को दक्षिणी विधानसभा पंडित दीनदयाल उपाध्याय मण्डल के कबीर चौरा क्षेत्र के गलियों में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ झाड़ू लगाकर श्रमदान के बाद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे।
विधायक ने पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आज हम महान स्वातंत्र वीरों की तपस्या से प्राप्त आजादी के 75 वर्ष पूरे कर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इस अवसर पर हमें एक महान भारत के निर्माण की प्रक्रिया से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों से अपने को जोड़ना है। स्वस्थ, संपन्न एवं विकसित भारत बनाना है। इसके लिए स्वच्छता भी एक महत्वपूर्ण विषय है और इसी के दृष्टिगत आजादी के 75वें वर्ष में 75 दिवसीय स्वच्छता अभियान का संकल्प लिया गया है।
विधायक ने कहा कि हमें संकल्प लेना है कि हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सोच के अनुसार काशी विशेष तौर पर दक्षिण विधानसभा जो देवताओं के निवास का स्थल भी है, बाबा विश्वनाथ का धाम भी यहीं है,लाखों की संख्या में पर्यटक इस क्षेत्र में आते हैं,को स्वच्छ रखेंगे और स्वच्छता में सहयोग देंगे। स्वच्छता अभियान में भाग लेने के बाद विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इलाके में घर घर संपर्क कर लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने, प्रधानमंत्री के आह्वान के दृष्टिगत आजादी के अमृत महोत्सव में 13 अगस्त से 15 अगस्त तक घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने की अपील भी की। 67वें दिन स्वच्छता अभियान में पार्टी के मण्डल अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, मुन्ना कशेरा, राजेश जायसवाल, गिरीश श्रीवास्तव, शंकर शाहू ,कृष्णा जायसवाल, संदीप चतुर्वेदी, संजय केशरी आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।