पंबन ब्रिज का 84 प्रतिशत निर्माण कार्य हुआ पूरा
नई दिल्ली, 03 दिसंबर । रामेश्वरम द्वीप को तमिलनाडु की मुख्य भूमि से जोड़ने वाले नए 2.05 किलोमीटर लंबे पंबन रेलवे पुल के पुनर्निर्माण के काम में तेजी आई है। अब तक 84 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
रेल मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी कहा कि यह अत्याधुनिक ब्रिज देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज होगा और इसके मार्च 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पंबन पुल में लिफ्ट प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है ताकि पानी के जहाज के आने के समय ये अपने आप ऊपर चला जाए। इससे पहले जो पुल बने हैं उनमें पटरिया अलग होती थी। जहाज के जाने के बाद उन्हें आपस में फिर से जुड़ने में लगभग आधे घंटे का समय लगता था।
मंत्रालय के अनुसार पंबन ब्रिज के सब स्ट्रक्चर का काम पूरी तरह से पूरा हो चुका है जिसमें 333 पाइल्स और 101 पाइल्स कैप शामिल हैं। सभी 99 अप्रोच स्पैन का फैब्रिकेशन पूरा हो गया है, जिसमें से 76 गर्डर्स लॉन्च किए जा चुके हैं। वर्टिकल लिफ्ट स्पैन गर्डर का निर्माण पूरा होने वाला है। पुल के रामेश्वरम छोर पर वर्टिकल लिफ्ट स्पैन के लिए असेंबलिंग प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है। ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है।
समुद्री पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा 535 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। पुल भारतीय रेलवे को तेज गति से ट्रेनों का संचालन करने की अनुमति देगा। इससे भारत की मुख्य भूमि और रामेश्वरम द्वीप के बीच यातायात भी बढ़ेगा।
मौजूदा पंबन रेल ब्रिज, जो रामेश्वरम को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है, 105 साल पुराना है। मूल पुल 1914 में मंडपम को मन्नार की खाड़ी में स्थित रामेश्वरम द्वीप से जोड़ने के लिए बनाया गया था। 1988 में समुद्री लिंक के समानांतर एक नया सड़क पुल बनने तक यह दो स्थानों को जोड़ने वाला एकमात्र लिंक था।