कैथल: शिक्षक पर लगा देशद्रोह का केस वापस ले सरकार, नहीं तो करेंगे विधानसभा का घेराव: सुरजेवाला
कैथल,25 सितंबर। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की खट्टर व दुष्यंत सरकार को तानाशाह करार देते हुए शिक्षक सुरेश द्रविड़ के खिलाफ देशद्रोह के मामले को तत्काल प्रभाव से वापिस लेने की मांग की। रणदीप सुरजेवाला ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी यदि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए दर्ज किए गए गैर कानूनी केस को वापिस नहीं लिया गया तो वो शिक्षक प्रतिनिधिमंडल को साथ लेकर विधानसभा का घेराव करेंगे।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा सरकारी स्कूलों व शिक्षकों के अधिकारों व हित को लेकर जब अध्यापक संघ या शिक्षक सरकार का विरोध करते हैं तो उनकी आवाज को खट्टर सरकार द्वारा दबाया व कुचला जा रहा है। सत्ता के नशे में मुख्यमंत्री खट्टर जी व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जी इतने अंधे व बेरहम हो चुके हैं कि उन्हें अब सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी कोई परवाह नहीं है। हरियाणा में राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की कैथल इकाई के नेता और वरिष्ठ शिक्षक सुरेश द्रविड़ पर राजद्रोह का मामला दर्ज करना दर्शाता है कि खट्टर सरकार अब आलोचना नहीं सुन सकती और अब जनहितकारी नीतियों का दमन करना चाहती है। सुरजेवाला ने कहा कि अपने ढंग का यह अनोखा मामला है। सुरेश द्रविड़ हरियाणा में एक शिक्षक के अलावा दलित-उत्पीड़ित समाज की सेवा में लगे रहने वाले एक कार्यकर्ता के रूप में विख्यात भी है। पता नहीं, हरियाणा की निरंकुश भाजपा-जजपा सरकार और पुलिस को याद भी है कि या नहीं, अपने देश की सुप्रीम कोर्ट ने की इस धारा के तहत नागरिकों के खिलाफ और मामले दर्ज करने से केंद्र और राज्य सरकारों को रोका था। कोर्ट ने 11 मई के अपने अंतरिम आदेश के जरिये कहा कि सरकारें आगे से इस धारा के तहत मामले दर्ज करने से परहेज करें।
तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने यह भी कहा कि जो लोग राजद्रोह के तहत जेलो में बंद हैं, वे अपनी जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटायें। खट्टर सरकार को पता होना चाहिए कि सुरेश द्रविड़ हरियाणा में शिक्षक संघ के पदाधिकारी होने के अलावा दलित और उत्पीड़ित तबकों के लिए आवाज उठाने वाले एक बेहद सक्रिय कार्यकर्ता हैं। वह किसी राजनीतिक पार्टी से सम्बद्ध नहीं रखते हैं। बामसेफ के मंच से वह समाज के बीच वर्षों से काम करते आ रहे हैं।