आईटीबीपी ने रामबन के पास खोज और बचाव अभियान शुरू किया
नई दिल्ली, 20 मई । भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने खूनी नाला, रामबन, जम्मू-कश्मीर के पास सुरंग स्थल पर खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। बीती रात अचानक हुए भूस्खलन के मलबे में नौ मजदूर फंस गए थे। आईटीबीपी की 15वीं बटालियन के जवान एक स्निफर डॉग के साथ बचाव अभियान में शामिल हो गए हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने बताया कि सुरंग एक नई शुरू की गई परियोजना थी और केवल तीन से चार मीटर की खुदाई की गई थी। बीती रात करीब 10.15 बजे भूस्खलन हुआ जिसमें वहां काम करने वाले मजदूर फंस गए। भूस्खलन में कई ट्रक, खुदाई करने वाले और अन्य वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। यह कथित तौर पर कुछ सुरंग टी-4 के लिए एक आडिट टनल था जिसका इस्तेमाल एस्केप टनल के रूप में किया जाना था। फंसे हुए नौ में से पांच लोग पश्चिम बंगाल के, एक नेपाल, एक असम और दो स्थानीय बताये जा रहे हैं। भूस्खलन में तीन व्यक्ति घायल हो गए थे, जिन्हें पहले बाहर निकाला गया था।
प्रवक्ता के अनुसार, पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति का शव आज मलबे से निकाला गया। अर्थ मूवर्स का उपयोग उस स्थल पर भारी पत्थरों को साफ करने के लिए किया जा रहा है जो लगभग 50 गुणा 50 मीटर के क्षेत्र में टन मलबे से पूरी तरह से ढका हुआ है। शाम करीब 4.40 बजे, एक ताजा भूस्खलन और मौके पर बारिश ने बचाव प्रयासों को रोक दिया है। पत्थर गिरने और पत्थर गिरने के कारण बचावकर्मियों और मशीनों को रुकने के लिए कई बार बचाव अभियान रोकना पड़ा है ।
खूनी नाला, जिसके पास मेकारकोट, रामबन के पास एक सुरंग की खुदाई हो रही थी, अतीत में सड़क हादसों और दुर्घटनाओं में लोगों के हताहत होने के लिए जाना जाता है। इसे कभी-कभी ‘किलर रिवलेट’ भी कहा जाता है।