समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में ज्योतिबा फूले ने निभाई अग्रणी भूमिका: राजीव जैन
शोषितों, वंचितों और महिलाओं के उत्थान व शिक्षा के लिए किया जीवन न्यौछावर- पूर्व मीडिया सलाहकार ने महात्मा फूले को नमन करते हुए उनके जीवन के अनुकरण पर दिया बल-
भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के तत्वावधान में देव नगर में मनाई महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती
सोनीपत
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फूले को नमन करते हुए युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे उनके आदर्शों व शिक्षाओं तथा संपूर्ण जीवन का अनुकरण कर राष्टï्र निर्माण में सक्रिय भूमिका अदा करें। वे महात्मा फूले के जयंती समारोह में उपस्थित जनसमूह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे, जिसका आयोजन भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा (ओबीसी मोर्चा) के तत्वावधान में देव नगर स्थित दुर्गा मंदिर में किया गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने महात्मा ज्योतिबा फूले की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके समर्पित जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महात्मा फूले विरले संत एवं समाज सुधारक थे, जिनका पूरा जीवन समाज को समर्पित रहा। महात्मा फूले ने समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ जमकर आवाज बुलंद की। कुरीतियों को दूर करने के लिए संघर्ष किया और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। विशेष रूप से उन्होंने समाज में व्याप्त महिलाओं की स्थिति को सुधारने के लिए संघर्ष किया। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों व शिक्षा के लिए लंबा संघर्ष किया, जिसके सुखद परिणाम भी सामने आये। उनका मानना था कि भावी पीढ़ी का निर्माण करने वाली माताओं-बहनों को शिक्षित किये बिना समाज व राष्ट्र की वास्तविक उन्नति नहीं हो सकती। जब इस कार्य के लिए उन्हें कोई महिला नहीं मिली तो उन्होंने अपनी पत्नी सावित्रीबाई फूले को शिक्षित कर एक शिक्षिका बनाया, ताकि वे महिलाओं को शिक्षित कर सकें।
पूर्व मीडिया सलाहकार जैन ने कहा कि महात्मा फूले ने किसानों और श्रमिकों के कल्याण के लिए भी उल्लेखनीय प्रयास किया, जिससे कि उनके जीवन को खुशहाल व समृद्घ बनाया जा सके। इसके लिए उन्होंने किसानों व श्रमिकों को शिक्षित करते हुए संगठित किया। महात्मा फूले ने शोषितों व वंचितों के अधिकारों की भी लड़ाई लड़ी। उन्होंने वंचितों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। महात्मा फूले का मानना था कि किसी भी समाज व राष्टï्र के उत्थान के लिए शिक्षा पहली आवश्यकता है। शिक्षा के बल पर किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति संभव है। इसलिए शिक्षा के महत्व को गंभीरता से समझने की जरूरत है।
पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में भी शिक्षा समाज की पहली जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को अधिकाधिक शिक्षा दिलानी चाहिए। शिक्षा के बिना विकास की कल्पना निरर्थक है। साथ ही उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती समारोह के आयोजन की भ्ज्ञी बधाई दी। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की जयंतियों का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए। इससे युवा पीढ़ी को अपने महापुरूषों से परिचित होने का अवसर मिलता है और उनमें संस्कारों का समावेश होता है। इस अवसर पर प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख डॉक्टर ओम प्रकाश अत्रे, डॉ राजवीर आर्य, पार्षद अतुल जैन, राजेंद्र रोहिल्ला, जिला अध्यक्ष दिनेश स्वामी, राम रोहिल्ला, रामनिवास, नरेंद्र जांगड़ा, राजू पटवा, प्रेमानंद योगी, सुरेंद्र बैरागी, गायत्री देवी, सतीश जांगड़ा, रामनिवास रोहिल्ला, अनिल गोस्वामी, राधेश्याम मनियार, अशोक सैनी, अशोक सेन, सुभाष डांगी, बलवीर कश्यप, धर्मपाल कश्यप, कृष्ण जांगड़ा, कृष्ण कश्यप बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।