उत्तर प्रदेश

मातृ स्वास्थ्य जागरूकता अभियान का श्रीगणेश, पहले दिन 980 महिलाएं हुई लाभान्वित

– एक माह तक गर्भवती और धात्री महिलाओं को करेंगे जागरूक

– अभियान के पहले दिन बड़ी संख्या में प्रसव इकाइयों पर पहुंची महिलाएं

औरैया, 01 सितम्बर। जनपद में मातृ स्वास्थ्य को और बेहतर करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार से ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ अभियान का दूसरा चरण शुरू किया है। 30 सितम्बर तक चलने वाले इस अभियान में गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक कर आयरन की गोलियां खाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

इस अवसर पर 50 शैय्या जिला संयुक्त जिला संयुक्त चिकित्सालय में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (आर0सी0एच0) डॉ शिशिर पुरी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश मोहन गुप्ता ने अभियान का शुभारम्भ किया। पहले दिन प्रसव इकाइयों में बड़ी संख्या में गर्भवतियों की जांचें हुई और उन्हें गर्भावस्था के समय बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति आगाह किया गया।

डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि गर्भावस्था व प्रसव के बाद महिलाओं को बेहतर पोषण की आवश्यकता होती है। इसके लिए मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत भोजन संबंधी सलाह के साथ सूक्ष्म पोषण तत्व फोलिक एसिड, आयरन व कैल्शियम की गोलियां दी जाती हैं। लाभार्थी को 100 दिनों तक नियमित आयरन की गोली खाने के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ‘एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर’ चरण-2 अभियान शुरू किया गया है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि सौ दिन तक गर्भवती महिलाओं द्वारा आयरन की गोली खाने का ग्राफ भी बढ़ा है। शासन के निर्देश पर आयरन की दवा का सेवन करने के लिए गर्भवतियों को प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार से 30 सितम्बर तक अभियान चलाया जाएगा। इसमें समस्त स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी/आईपीडी, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला, पीएमएसएमए दिवस व वीएचएनडी सत्र के माध्यम से जन जागरूकता एवं आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड व अल्बेंडाजोल की गोलियों के वितरण के साथ-साथ स्वास्थ्य व पोषण सेवाएं दी जाएंगी। उच्च जोखिम गर्भावस्था एचआरपी वाली महिलाओं की पहचान करके उन्हें चिकित्सा इकाइयों में रेफर किया जाएगा। यही नहीं उच्च जोखिम गर्भावस्था एचआरपी वाली महिलाओं को आशा और एएनएम द्वारा फालोअप किया जाएगा।

पहले दिन 980 महिलाएं हुई लाभान्वित

मातृत्व स्वास्थ्य अभियान के जिला समन्वयक अखिलेश कुमार ने बताया कि अभियान के पहले दिन जिले की सभी प्रसव इकाइयों पर 700 गर्भवतियों और 280 धात्री महिलाओं को फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम की गोलियां वितरित की गई।

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे के आधार पर जिले की स्थिति

एनएफएचएस-5 के अनुसार प्रदेश में मात्र 22.3 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं ने ही 100 दिनों तक आयरन की गोलियों का सेवन किया है। जबकि जनपद में 23.7 प्रतिशत गर्भवती ने 100 दिनों तक आयरन की गोलियां खाई हैं। वहीँ 180 दिन तक आयरन की गोली सेवन करने वाली गर्भवती का प्रदेश स्तर पर प्रतिशत 9.7 है, तो जिला स्तर पर इसका प्रतिशत 10.7 है।

अभियान का जनपदीय लक्ष्य

गर्भवती- 22,190

धात्री- 19,922

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker