गन्ने का भाव बढ़वाने की मांग को लेकर किसानों का धरने दूसरे दिन जारी
सोनीपत
दी सहकारिता चीनी मिल सोनीपत के गेट पर किसानों ने गन्ने के भाव को बढ़ाने की मांग को लेकर दूसरे दिन धरना जारी रखा। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) व भारतीय किसान पंचायत के पदाधिकारियों सोनीपत व आहुलाना चौ. देवीलाल चीनी मिल के गेट पर किसानों ने धरना शुरू किया है। धरने पर किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार की ओर से गन्ने का भाव 450 रुपये तक नहीं बढ़ाया गया तो 9 जनवरी तक धरने जारी रखे जाएंगे। 10 जनवरी को करनाल में महापंचायत की जाएगी। जिसमें सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया जाएगा।
भारतीय किसान पंचायत से छतर सिंह जाहरी, राजेश, संजीव, सुरेंद्र, धर्मबीर, रतिराम, दलबीर, सचिन ने बताया कि पंजाब सरकार ने गन्ने का भाव बढ़ा रखा है। प्रदेश की गठबंधन सरकार गन्ने का भाव बढ़ाने को लेकर कोई पहल नहीं कर रही है। अनेदखी के कारण प्रदेश में किसानों को गन्ने का भाव पंजाब से कम दिया जा रहा है, जबकि पिछले कुछ सालों में देशभर में गन्ने का भाव हरियाणा में सबसे ज्यादा रहा था। लागत बढ़ने के बावजूद सरकार अब भी किसानों को 362 रुपये प्रति क्विंटल भाव दे रही है। जिससे किसानों को घाटा झेलना पड़ रहा है। पंजाब में गन्ने का भाव 380 रुपये प्रति क्विंटल है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 450 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का भाव तय करें। जिससे किसानों को होने वाली परेशानी से बचाया जा सके। इस संबंध में पहले प्रबंध निदेशक अनुपमा मलिक को ज्ञापन दिया जा चुका है। विधायक मोहनलाल बड़ौली के आवास पर धरना दिया जा चुका है। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर बृहस्पतिवार से चीनी मिल के गेट पर 9 जनवरी तक धरना शुरू कर दिया। धरने के दूसरे दिन किसानों ने चीनी मिल के गेट पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष-प्रकट किया। किसानों का कहना है कि अगर सरकार उनकी मांंगों को जल्द पूरा नहीं करती है, तो 10 जनवरी को करनाल में महपंचायत करके आगामी रणनीति तैयार की जायेगी।