पांच साल में पांच करोड़ के विकास कार्य करवा सकेंगे विधायक
सालाना एक करोड़ अलाटमेंट की मांग को सीएम ने नकारा
दो कांग्रेस व एक निर्दलीय विधायक ने नहीं बताया हलके का काम
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि कोई भी विधायक अपने पांव वर्ष के कार्यकाल के दौरान अपने हलके में पांच करोड़ रुपये तक के विकास कार्य करवा सकता है। प्रति वर्ष एक विधायक को पांच करोड़ का अनुदान देना संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि असलियत यह है कि कई विधायकों ने इस राशि के काम कराने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव तक नहीं भेजे हैं। प्रदेश के तीन विधायक डा. रघुबीर कादियान, सोमवीर सांगवान और चिरंजीव राव ऐसे जनप्रतिनिधि हैं, जिन्होंने एक भी प्रस्ताव सरकार के पास नहीं भिजवाया है।
मनोहर लाल ने बताया कि भाजपा सरकार ने 2014 में प्रत्येक विधायक को उसके विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए पांच करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणा की थी। इस राशि को विधायकों ने पांच करोड़ रुपये सालाना मिलने के रूप में प्रचारित किया लेकिन असलियत यह है कि पांच करोड़ रुपये की राशि पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए है। कई विधायकों ने जब पांच करोड़ रुपये की राशि नहीं मिल पाने का आरोप सरकार पर लगाया तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को इस पूरे मामले पर स्थिति साफ की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच करोड़ रुपये की राशि सीधे विधायक के खाते में डालने की कोई व्यवस्था नहीं है। यह पंच वर्षीय योजना पर आधारित है और इस राशि के विकास कार्यों के जो भी प्रस्ताव सरकार को मिलते हैं, उन्हें मंजूरी प्रदान की जाती है। राज्य में 90 विधायक हैं। इनमें से 22 विधायक ऐसे हैं, जिनके पांच करोड़ रुपये से अधिक धनराशि के विकास कार्य करवाये गये हैं। इनमें अधिकतम राशि 5 करोड़ 84 लाख रुपये की है।
मनोहर लाल के अनुसार, 10 विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने 4.75 करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये तक के काम कराये हैं, जबकि 32 से 64 विधायक ऐसे हैं, जो सिर्फ चार से पौने पांच करोड़ रुपये तक के काम करा सके हैं। 26 विधायकों ने इससे भी कम काम कराये हैं। सीएम ने कहा कि हमने किसी विधायकों को सीधे धनराशि देने की कोई व्यवस्था नहीं की है। यदि वह अपने काम लेकर सरकार के पास आते हैं तो उन्हें तुरंत मंजूर किया जायेगा।