प्राकृतिक जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए : जिलाधिकारी
मुुरादाबाद 10 दिसम्बर। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला गंगा संरक्षण समिति के संबंध में बैठक आहूत की गई । जिसमें नमामि गंगे योजना के अंतर्गत कार्यो की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि प्राकृतिक जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाये जिससे जैव विविधता का संरक्षण हो सके। उन्होंने कहा कि वनरोपण व नदी घाट पर आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु कार्यो को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने बताया कि घाटो का रख-रखाव अच्छे किया जाये तथा स्वच्छता पखवाडा, वनीकरण अभियान, कैच द रैन अभियान आदि संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए।
डीएम ने बताया कि इस क्षेत्र मे काफी समय से सभी बिन्दुओ पर नियमित रूप से कार्य हो रहा है। नगर निगम व विभिन्न नगर पालिकाएं साथ मिलकर कार्य करें तथा अपने कर्तव्यों का अच्छे से निवर्हन करें। उन्होंने भूजल संरक्षण के संबंध में बताया क डार्कजोन एरिया की अच्छी से निगरानी की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जो कमियां हैं उनको समय से निगरानी करके दुरस्त किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद में वेटलंड्स संरक्षण को गम्भीरता से लिया जाये तथा किसानों को भी जागरुक व प्रोत्साहित किया जाये, जिससे पर्यावरण स्वच्छता की ओर एक कदम और आगे बढ़ सके।
जिलाधिकारी ने वायोमेडिकल वेस्ट एवं ई-वेस्ट के संबंध में संबंधित अधिकारी से कार्यवाही के संबंध में जानकारी ली, जिस पर संबंधित अधिकारी ने बताया कि 03 हास्पिटल पर कार्यवाही की जा चुकी है और निरन्तर स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। प्लास्टिक वेस्ट के संबंध में अधिकारी ने बताया कि 108 कि.ग्रा. पाॅलीथीन जब्त की जा चुकी है।
जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि रामगंगा तट स्थित गांव को एकनामिक एक्टिविटी के तहत विकसित किया जाये जिसमें पर्यावरण का पूरा ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपस में सामन्जस्य बनाकर कार्य करें और साइट वेस्ट मैनेजमेंट को कैसे बेहतर बनाया जाये इस पर निरन्तर विचार एवं कार्यवाही की जाये। उन्होंने विभिन्न नगर निकायों को निर्देश दिये कि विभिन्न टेंडरों की प्रक्रिया समय रहते पूर्ण कर लें जिससे विभिन्न कार्यो में गति बनी रहें। उन्होंने बताया कि ई-वेस्ट पर कार्य करने की जरुरत है एवं सभी विभाग वृक्षारोपण में जियो टैगिंग का कार्य निरंतर जारी रखें।
बैठक मे डीएफओ, परियोजना निदेशक, ज्वांइट कमिश्नर इंडस्ट्रिज, जिला गंगा समीति के सदस्य, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, अधिशासी अभियन्ता सिचाई विभाग सहित नगर निगम, प्रदूषण नियन्त्रण विभाग, विभिन्न एनजीओ आदि उपस्थित रहे।