विश्व कल्याण के लिए अखंड भारत का संकल्प पूर्ण करना ही होगाः मिलिंद परांडे
भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ, तुष्टीकरण का ही नतीजा
वाराणसी,16 अगस्त। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए अखंड भारत के सपने को पूर्ण करना होगा। हिंदू धर्म व सनातन संस्कृति उस पुण्य दीपक के समान है जो अंधेरा रूपी बुराइयों को दूर कर मानवता की राह दिखाता है।
अखंड भारत संकल्प दिवस पर मंगलवार को परिषद की ओर से कोईराजपुर स्थित संत अतुलानंद इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को मिलिंद परांडे सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महर्षि अरविंद ने अखंड भारत का जो सपना देखा था । उसे विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल पूर्ण करने के लिए प्रतिवर्ष अखंड भारत संकल्प दिवस मनाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ जो कदापि नहीं होना चाहिए था । तुष्टीकरण के कारण ही विभाजन में 20 लाख हिंदू व 14 लाख मुसलमानों की जान गई। इतनी बड़ी घटना सिर्फ गलत धारणा व वैमनस्यता के कारण हुई। उन्होंने कहा कि भारत खुद समूचे विश्व को अपना परिवार मान वसुधैव कुटुंबकम की बात करता है। पृथ्वीराज चौहान का उदाहरण देकर कहा कि चैहान अपना आखिरी युद्ध हार गए तो राजस्थान समेत तमाम इलाकों में लाखों लोगों को जबरन मुस्लिम बना दिया गया। बाद में विहिप ने वहां के डेढ़ लाख राजपूतों को वापस हिन्दू धर्म मे लाने का काम किया। सनातन संस्कृति व हिन्दू धर्म गंगा की तरह अविरल निर्मल है। जो लोग सर तन से जुदा की राह पर चल रहे एक दिन वे स्वयं समाप्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म का इतिहास लाखों साल से विद्यमान है । जबकि ईसाई धर्म 2000 साल व इस्लाम 14 सौ साल पूर्व ही आया। कार्यक्रम में डॉ वंदना सिंह ने कहा कि बच्चों को हमेशा अपने बड़ों से सीखने की जरूरत है । बच्चों को किताबों में फ्रांस व रूस की क्रांति पढ़ाई जाती है । जबकि उन्हें भारत की क्रांति पढ़ाने की जरूरत है। सरकार को नई शिक्षा नीति में इसे शामिल करना चाहिए।
इस अवसर पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेंद्र, उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल के सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी, प्रान्त संगठन मंत्री मुकेश,प्रांत मंत्री आनंद सिंह, सह प्रांत संगठन मंत्री नितिन , काशी महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह, जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय, काशी के संगठन मंत्री चंदन, प्रचार प्रमुख डॉ लोकनाथ पांडेय, बजरंग दल संयोजक कृपा शंकर तिवारी आदि की उपस्थिति रही।