पटियाला कोर्ट में पुलिस कस्टडी से कुख्यात गैंगस्टर हुआ फरार
Notorious gangster absconding from police custody
नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। सुनील पहलवान गैंग का गैंगस्टर और कुख्यात बदमाश संदीप त्यागी दिनदहाड़े पटियाला कोर्ट से पुलिस हिरासत से फरार हो गया। उसके खिलाफ एनबीडब्ल्यू भी जारी था। वह उस वक्त पटियाला कोट से फरार हो गया, जब कांस्टेबल बिजेन्द्र सिंह उसे कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर कराने के लिए ले गए थे। तभी कोर्ट में भीड़ का फायदा उठाकर संदीप त्यागी फरार हो गया। कांस्टेबल बिजेन्द्र सिंह की शिकायत पर नई दिल्ली जिले के तिलक मार्ग थाने में आईपीसी की धारा 224 के तहत मामला दर्ज कर फरार संदीप त्यागी के तलाश में कई टीमें जुट गई हैं।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक संदीप त्यागी बड़ा गांव खेड़ा बागपत (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी था। उसके लिए वह पटियाला कोर्ट में आया था। उसे कांस्टेबल बिजेन्द्र सिंह ने अपने हिरासत में ले रखा था। कांस्टेबल बिजेन्द्र एडिशनल सेशन जज देवेन्द्र कुमार के कोर्ट में तैनात हैं। एएसजे के कोर्ट में पेश करने के लिए उसे कांस्टेबल बिजेन्द्र ने कस्टडी में ले रखा था और कागजात तैयार कर रहे थे। इस दौरान कोर्ट में काफी भीड़ थी। कांस्टेबल ने कागज तैयार करने के बाद कागजात पर हस्ताक्षर कराने चले गये, लेकिन वापस लौटे तो देखा कि संदीप त्यागी फरार हो गया है। काफी तलाश के बाद भी संदीप का पता नहीं चला। तब स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई।
उल्लेखनीय है कि 21 जून 2016 को कुछ बदमाशों ने दिनदहाड़े गोकलपुरी मार्केट में फायरिंग की थी, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि चाय की दुकान पर बैठे दो लोग घायल हो गये थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि हर्ष विहार का वांछित बदमाश सुनील पहलवान जिसपर हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, ने अपने गवाह कैलाश गुप्ता और उसके बेटे पर संदीप त्यागी, अनुज त्यागी, मुखिया और अन्य साथियों के साथ मिलकर फायरिंग करवाई थी। संदीप पर भी कई मामले दर्ज हैं और वह पीओ भी घोषित है। तब से स्पेशल सेल की टीम उसकी तलाश में थी। जिसे बाद में नार्थ ईस्ट जिले में स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। मुठभेड़ के दौरान उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की थी। इस फायरिंग में इस्पेक्टर संजय गुप्ता के बुलेट प्रुफ के जैकेट में गोली लगी थी, लेकिन जैकेट के कारण इंस्पेक्टर की जान बच गई थी।