हिसार: आरटीए का चालक ही करता था चेकिंग टीम की लोकेशन लीक
पुलिस ने लोकेशन शेयर करने के तीन आरोपी पकड़े, जांच जारी
हिसार, 23 मई । हिसार सदर पुलिस ने ओवरलोड और अवैध वाहनों की चैकिंग करने वाली आरटीए की गाड़ियों का पीछा करके व्हाट्सएप के माध्यम से लोकेशन शेयर करने के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में हिसार के न्यू मॉडल् टाउन निवासी अजय, जिले के गांव दाहिमा निवासी जितेन्द्र उर्फ लंबू व राजगढ़ के ढीढल निवासी प्रदीप शामिल है। इन पर हिसार सदर थाना में 20 मई को केस दर्ज किया गया था।
डीएसपी नारायण चंद ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आरोपी पिछले लगभग एक साल से व्हाट्सएप के माध्यम से ओवरलोड और अवैध वाहन चालकों को आरटीए की चैकिंग करने वाली गाड़ियों की लोकेशन देते थे। उन्होंने बताया कि आरोपी अजय, प्रदीप और खाबड़ा निवासी सतीश उर्फ चीनू के पास डंफर गाड़िया थी। तोशाम रोड, राजगढ रोड, फतेहाबाद व दिल्ली रोड पर ओवरलोडिंग ट्रक व डंफर चलते हैं जिस पर तीनों ने योजना बनाई कि ट्रक व डंफर मालिकों से संपर्क करके उनसे प्रति माह पैसे लेकर आरटीए की लोकेशन बारे हम ट्रक व डंफर मालिकों को बताएंगे जिससे इन्हें अच्छी आमदनी की संभावना थी। फिर आरोपियों ने ट्रक व डंफर मालिकों से संपर्क किया और ‘हर हर महादेव’ व ‘जय श्रीराम नाम’ से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए। दोनों ग्रुपों में करीब 250 ट्रक व डंफर चालकों व मालिकों के नंबर जोड़ दिए।
डीएसपी ने बताया कि अजय तोशाम रोड पर आने वाली गाडियों की, प्रदीप राजगढ रोड पर आने वाली गाडियों की व सतीश फतेहाबाद रोड पर आने वाली गाडियों को आरटीए की लोकेशन व्हाट्सएप के माध्यम से देते थे जिससे इन्हें ट्रक व डंफर मालिकों से पैसे मिलते थे। आरोपियों की आपसी बातचीत भी व्हाट्सएप के माध्यम से होती थी। जितेन्द्र उर्फ लंबू की आरटीए हिसार के ड्राइवर राजगढ़ के ढीढल निवासी प्रदीप से दोस्ती थी। चालक प्रदीप योजना अनुसार आरटीए हिसार की लोकेशन जितेंद्र उर्फ लंबू को देता और वही लोकेशन आरोपी अजय व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर देता था। पुलिस टीम ने आरोपियों से वारदात में प्रयोग गाड़ी और मोबाइल फोन बरामद किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार सदर थाना में ओवरलोड और अवैध वाहनों की चैकिंग करने वाली आरटीए की गाड़ियों का पीछा करके व्हाट्सएप के माध्यम से लोकेशन शेयर करने के बारे में आरटीए कार्यालय के ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर की शिकायत पर अभियोग अंकित किया गया था।