शहीदों की याद में गांव राजपुर में 1100 पौधे रोपित कर किया ऑक्सीजन बाग स्थापित
ऑक्सीजन बाग में भारतीय प्रजाति सहित औषधि युक्त पौधे किए गए रोपित
मनिंदरजीत सिंह बिट्टा व आईपीएस अधिकारी संजय कुमार सैन ने बरगद का पौधा रोपित कर पौधारोपण की शुरुआत
जिले का 16 वां व प्रदेश का 22 वां ऑक्सीजन बाग राजपुर की पावन भूमि पर पर्यावरण मित्रों ने किया स्थापित
वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन यज्ञ कर बाग में रोपित किए पौधे
सोनीपत
एक आॅक्सीजन बाग शहीदों के नाम से चलाएं जा रहे अभियान के तहत गांव राजपुर स्थित गौ-शाला की छह एकड़ जमीन पर शहीदों के नाम दूसरा आॅक्सीजन बाग स्थापित किया गया। कार्यक्रम में अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंद्रजीत सिंह बिट्टा व आईपीएस संजय कुमार सैन पहुंचे। वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन कुंड में आहुति डालकर कार्यक्रम की शुरूआत की। उसके बाद भारतीय प्रजाति का बरगद का पौधारोपित कर पौधारोपण की शुरूआत की। उक्त बाग जिले का 16वां व प्रदेश का 22वां तैयार किया गया।
बता दें कि पर्यावरण परिवार की तरफ से प्रदेश व जिले को हरा-भरा बनाने के लिए गांव-गांव जाकर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा हैं। अभियान के तहत आॅक्सीजन बाग स्थापित किए जा रहे हैं। शहीदी दिवस 23 मार्च को पर्यावरण परिवार की तरफ से गांव राजपुर स्थित गौ-शाला की खाली पड़ी छह एकड़ जमीन पर प्रदेश का 22वां व जिले का 16वां आॅक्सीजन बाग स्थापित किया। बाग में भारतीय प्रजाति व औषधी युक्त 1100 पौधे रोपित किए गए। ऑक्सीजन बाग में मुख्य अतिथि के तौर पर अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष एमएस बिट्टा व आईएएस अधिकारी संजय कुमार सैन पहुंचे। जहां उन्होंने गौ-शाला में गायों को चारा व गुंड अपने हाथों से खिलाया। उन्होंने ऑक्सीजन बाग में बरगद का पौधा रोपित कर पौधारोपण अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम को शुरू करने से पहले आचार्य इंद्रदेव द्वारा वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञ किया गया। जिसमें एमएस बिट्टा व आईएएस अधिकारी संजय कुमार सैन सहित पर्यावरण मित्रों ने आहुति डालकर की। इस दौरान गौ-शाला के आचार्य नरेंद्र, पवन आर्य, संदीप, राजेश,मोनिका, मंजू, अमित लाठिया, मंदीप, सचिन, सन्नी, मोहित ढोचक, प्रशांत बूरा, भूपेंद्र, डा. सुभाष सिसोदिया, मोनिका तोमर, विशाल, अनीता सिंह, अर्जुन, संजू, निशांत सहित सेकड़ों पर्यावरण मित्रों ने पौधे रोपित कर शहीदी दिवस पर शहीदों को श्रृद्धाजंलि दी।
राष्टÑीयता के साथ पर्यावरण को बचाना बेहद आवश्यक- एमएस बिट्टा
बुधवार 23 मार्च को शहीदी दिवस पर शहीदों के नाम से जिले का दूसरा आॅक्सीजन बाग गांव राजपुर की पावन भूमि पर तैयार किया गया हैं। कार्यक्रम में पहुंचे अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने बताया कि देश आज जिन परिस्थितियों से गुजर रहा हैं। उन्हें देखते हुए हम सबको एक साथ आना बेहद आवश्यक हैं। हर युवा में राष्ट्रीयता के साथ-साथ पर्यावरण को बचाने के लिए अपना योगदान देना बेहद आवश्यक हैं। उन्होेंने बताया कि पहली बार उन्होंने धरातल पर युवा व पर्यावरण के प्रति जनून देखने को मिला हैं। पर्यावरण के प्रति महिलाओं व बेटियों ने इतनी बढ़ी संख्या में भाग लेकर पर्यावरण के प्रति ऐतिहासिक कदम उठाने का काम किया हैं।
पौधारोपण कार्यक्रम में युवाओं में जोश भरने पहुंचे आईपीएस संजय कुमार सैन-
गांव राजपुर स्थित गौ-शाला की छह एकड़ भूमि पर स्थापित किए शहीदी दिवस पर आॅक्सीजन बाग में आईपीएस संजय कुमार सैन मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे। जहां उन्होंने युवाओं में जोश भरते हुए पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण को जनअंदोलन बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने-अपने जन्मदिन व अन्य शुभ अवसरों पर पौधारोपण करना चाहिए। उक्त पौधे को पेड़ बनने तक उसकी देखभाल व सुरक्षा करनी चाहिए। युवाओं के प्रयास से छह एकड़ में तैयार किए आॅक्सीजन बाग में विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपित किए गए हैं। उक्त बाग में बड़ पीपल, नीम, गुलर, हरड़, आवला, ढहाक, मोलसरी, कचनार, जामुन, पिलखन, अर्जुन, चम्पां, जाटी, देसी कीकर, रूद्रांक्ष, आम, इमली, सम्भल, सहसुत, बेरी, बेल पत्थर, कुसुम, बालम खिरा, दाल मोठ, लसोढा, सिसम, जकरंडा सहित अन्य औषधी, फलदार, छायादार प्रजाति के पौधे रोपित पर्यावरण मित्रों द्वारा किए हैं। जिनमें भारतीय प्रजाति के पौधों का विशेष ध्यान रखा गया हैं।
प्रदेश का 22 वां ऑक्सीजन बाग शहीदी दिवस पर किया तैयार-
ट्री-मैन देवेंद्र ने बताया कि जनता नर्सरी की तरफ से फ्री में पौधे दिए जाते हैं। गांव-गांव जाकर पौधारोपण करने के साथ-साथ आॅक्सीजन बाग तैयार करने की रूप रेखा तैयार की गई हैं। शहर के सेक्टर-23 में हजारों की संख्या में पौधे रोपित कर आक्सीजन बाग का रूप दिया जा चुका हैं। गोहाना रोड स्थित पुलिस लाइन, गांव बीधल में सबसे ज्यादा पीपल के पेड़ लगाए गए हैं। जो प्रदेश के किसी अन्य गांव में पीपल के पेड़ नही हैं। चरखी दादरी के गांव चंदेली में दस एकड़ जमीन पर छायादार व फलदार पौधे लगाकर आॅक्सीजन बाग तैयार किया जा चुका हैं। गांव जुआं में प्रदेश का आठवां व गांव बली कुतुबपुर में नौवां व चटिया बलिया, तिहाड़, जागसी, करनाल, झज्जर, जींद, बलिकुतबपुर में आॅक्सीजन बाग स्थापित किए जा चुके हैं। वहीं गत दिनों पहले 1100 बेटियों ने 1100 पौधे रोपित कर गांव बली कुतुबपुर में भारत का पहला ऑक्सीजन बाग बेटियों के नाम से स्थापित किया।