हिसार के पार्वती शर्मा व सुशील शास्त्री राज्य स्तरीय पुस्तक सम्मान से सम्मानित
हिसार। हिसार के जिले के दो संस्कृत साहित्यकार गुरुग्राम में आयोजित समारोह में राज्य स्तरीय पुस्तक पुरस्कार से सम्मानित किए गए हैं। हिसार के लिए यह गौरव की बात है। हरियाणा संस्कृत अकादमी की ओर से पूर्व समय में घोषित पुस्तक-पुरस्कारों में वर्ष 2017 के लिए अर्बन एस्टेट निवासी पूर्व मुख्याध्यापिका पार्वती शर्मा को अनुवाद विद्या में उनकी पुस्तक शौर्यगाथा तथा वर्ष 2018 के लिए नाटक विधा में न्यू मॉडल टाउन निवासी सुशील शास्त्री को पुस्तक वृक्षनाथपितामह सुरक्षित के लिए यह सम्मान मिला है।
सम्मान विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चन्द्र, संस्कृत अकादमी निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के निदेशक प्रोफेसर आरजी मुरली कृष्ण, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के वाइस चेयरमैन वीपी यादव ने प्रदान किया। सुशील शास्त्री न्यू मॉडल टाउन निवासी हैं। राजकीय उच्च विद्यालय सिढान में संस्कृत शिक्षक के रूप में कार्यरत सुशील शास्त्री का संस्कृत अकादमी की तरफ से यह दूसरा राज्य स्तरीय सम्मान है। इससे पहले वर्ष 2020 के लिए उन्हें महाकवि बाणभट्ट पुरस्कार के लिए चुना जा चुका है। लेखन में 20 वर्ष का अनुभव है। गद्य और पद्य दोनों विद्याओं में लेखन करते है। संस्कृत में तीन और हिंदी में दो पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है, चार अभी प्रकाशनाधीन है। सात पुस्तकों का संपादन कर चुके हैं।
पार्वती शर्मा शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त मुख्याध्यापिका है। अर्बन एस्टेट-2 में रहती है। लगभग 21 वर्ष तक संस्कृत शिक्षिका, पांच वर्ष तक प्राध्यापिका तथा सात वर्ष तक मुख्याध्यापिका पद पर कार्यरत रही है। संस्कृत लेखन और सम्भाषण में उनकी शुरू से ही रुचि रही है। उनकी एक पुस्तक बाल प्रबोधनी को संस्कृत अकादमी द्वारा पहले भी अनुदान प्राप्त हो चुका है।