सोनीपत: मुख्यमंत्री पहल करके नाथूपुर औद्याेगिक क्षेत्र को बर्बाद होने से बचाएं
सोनीपत, 12 सितंबर। नाथूपुर इंडस्ट्रियल एरिया बिजली की किल्लत से परेशान हैं। उद्योगपति हरियाणा से उद्योग समेटने की तैयारी करने लगे हैं। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से आग्रह किया है कि वे सार्थक पहल करके नाथुपुर औद्याेगिक क्षेत्र को बरबाद होने से बचाएं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया सपने अधिकारियों की बदौलत चकनाचूर हो जाएंगे। बार-बार लगने वाले पावर कट करोंड़ों रुपये की राष्ट्रीय क्षति हो रही हैं।
उद्योगपति सुरेश जैन ने बताया कि 2022 जुलाई-अगस्त सितंबर तक 203 कट लगे, 302 घंटे 53 मिनट पावर कट रहा इसके अलावा पांच मिनट से कम के 71 कट लगे जिस कारण पावर ब्रेक होने से बड़ा नुकसान उद्योगिक इकाइयों को हो रहा है। कच्चा माल काफी मात्रा में खराब हो जाता है। ऐसे उत्पाद जिनको पावर नियमित चाहिए, बीच में पावर ब्रेक होने से मशीन बंद हो जाती है यह दोबारा 30 से 40 मिनट में शुरु हो पाती है।संदीप जैन बताया कि उद्योगपतियों को डीजल महंगा पड़ता है अब एनसीआर में होने के कारण डीजल के इंजन भी चलाने पर रोक लगा दी गई है। यह एक गंभीर समस्याएं औद्योगिक इकाइयों के सामने हैं। करोड़ों रुपए की राष्ट्रीय क्षति हो रही है। लागत मूल्य बढ़ रहा है, प्रोडक्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
उद्योगपति महाबीर जैन ने बताया कि जर्जर हाल सड़कों को देखकर दुबई से आई एक पार्टी इसलिए वापस चली गई कि जहां उद्योग लगा हुआ है। वहां यातायात की सुविधा के लिए सड़क जर्जर हाल हैं। इस कारण उनका एक बड़ा असाइनमेंट कैंसिल हुआ। नाथुपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएसन के सचिव अंकुर जिंदल ने बताया कि उनहोंने हर स्तर के अधिकारियों से बिजली की समस्या को लेकर चर्चा की है। बार बार पावर कट लगने कई वाइस ऐसी हैं जो 25 हजार रुपये की एक ही है वो खत्म हो जाती है। संजय कथूरिया के साथ अनिल पुडीर ने भीद अपनी समस्या बताई।
15 सितंबर तक समाधान हो जाएगा: एसडीओ
बिजली निगम के एसडीओ दिवेश दहिया ने इस संदर्भ में बताया कि बड़ा ट्रांसफार्मर जला होने के कारण नाथुपुर के साथ राई औद्याोगिक क्षेत्र में पावर कट लग रहे हैं इसके लिए निगम की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं और 15 सितंबर तक इस समस्या का समाधान हो जाएगा।