समाज में फिर से परिलक्षित हो रही है महाभारत जैसी परिस्थितियां : बी.के. कंचन
बेगूसराय, 12 नवम्बर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा मोहनपुर ठाकुरबाड़ी में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के आध्यात्मिक रहस्य कार्यक्रम के दूसरे दिन बी.के. कंचन ने जनमानस को यह स्पष्ट किया गया कि महाभारत जैसी परिस्थितियां हमारे समाज में फिर से परिलक्षित हो रही है।
उन्होंने कहा कि इस समय भी संसार में दोनों सेनाएं मौजूद हैं, एक पांडव सेना और दूसरा कौरव सेना। पांडव अर्थात जिनकी प्रीत परमात्मा के साथ है और कौरव अर्थात जो परमात्मा से विपरीत बुद्धि है। वर्तमान समय के महाभारत काल में भी विजय होने का आधार है परमात्मा पर संपूर्ण निश्चय एवं परमात्मा को हर कदम में अपना साथी बनाने का आधार बुद्धि।
निश्चय बुद्धि विजयंती संशय बुद्धि विनशजयंती, यह आज के संदर्भ में इसे समझने की आवश्यकता है। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कंचन दीदी ने कहा कि जो सत्य के मार्ग पर चलने वाले हैं, धर्म के मार्ग पर चलने वाले हैं, उनकी परीक्षाएं तो होती है, लेकिन उनकी विजय भी सुनिश्चित है।