कुरुक्षेत्र: देश की भावी पीढ़ी में ज्ञान का दीपक प्रज्वलित कर रहे है शिक्षक : कटारिया
कुरुक्षेत्र, 5 सितंबर ।सांसद रतन लाल कटारिया ने कहा कि गुरु, शिष्य के चरित्र एवं भविष्य के निर्माता होते हैं, ज्ञान के दीपक को प्रज्वलित कर अज्ञानता के तिमिर को हराते हैं। शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते हमें उनसे सदैव कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है। आज के दौर में शिक्षक और छात्र के संबंध में काफी बदलाव आया है। पहले जहां शिक्षकों को आदर और सम्मान की भावना से देखा जाता था, आज के दौर में शिक्षक मार्गदर्शक के साथ-साथ छात्रों के दोस्त भी है। सांसद रतन लाल कटारिया सोमवार को शाहबाद लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में पत्रकारों बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने कोरोना महामारी के दौरान भी नए तरीकों का इस्तेमाल करके छात्रों की शैक्षिक यात्रा को सुनिश्चित किया, जिसके लिए शिक्षक बधाई के पात्र हैं। शिक्षक दिवस देश में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के मौके पर देशभर में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। डॉक्टर राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 में हुआ था, उनका देश की शिक्षा की दिशा में विशेष योगदान रहा है, जिसकी चलते उनके जन्मदिन के मौके पर हर साल देश में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हर घर तक स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाने के प्रति प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है और गांवों में पीने के पानी की नई लाइन बिछाई जा रही है तथा नए जल घरों का निर्माण कराया जा रहा है। एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने के लिए कच्चे रास्तों को पक्का करवाया जा रहा है। किसानों, मजदूरों सहित सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार द्वारा नई-नई योजना बनाकर लागू की गई है ताकि प्रदेश और समाज का ज्यादा से ज्यादा विकास हो तथा हरियाणा उन्नति के पथ पर और आगे बढ़ सके। किसानों की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर ही एक ई -क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया है ताकि फसल खराब होने पर किसानों को कहीं आना जाना ना पड़े बल्कि किसान अब खुद अपने खेत में खड़े होकर खराब फसल का फोटो ई क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा उसका आकलन किया जाएगा और किसानों को खराब फसल होने पर जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके।