भारतीय संस्कृति की संपूर्ण झलक है संस्कृति का चार अध्याय : कन्हाई पंडित
बेगूसराय, 22 सितम्बर। राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे नौ दिवसीय दिनकर जयंती समारोह के सातवें दिन गुरुवार को प्रोग्रेसिव सेंट्रल स्कूल सिमरिया में जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि साहित्यकार ई. कन्हाई पंडित ने दिनकर की रचना संस्कृति के चार अध्याय के संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए इसे सर्वश्रेष्ठ कृति बताया।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की संपूर्ण झलक संस्कृति के चार अध्याय में मिलती है। बच्चे दिनकर के संघर्षों एवं साहित्य को आत्मसात कर जीवन में अपना नाम रौशन करें। शिक्षाविद रामविलास सिंह ने कहा कि दिनकर सिमरिया ही नहीं, बल्कि पूरे देश के गौरव हैं। दिनकर पुस्तकालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे बच्चों का सांस्कृतिक विकास होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच प्रतिनिधि एवं एनईसी ट्रस्ट के निदेशक विपिन कुमार सिंह एवं संचालन लक्ष्मणदेव कुमार ने किया। समारोह को समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा, दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह, दीनबंधु कुमार, बद्री प्रसाद सिंह, राजीव रंजन, संजीव फिरोज, विद्यालय के निदेशक मनीष कुमार मणि आदि ने संबोधित किया।
धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक राजेश मिश्रा ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दिनकर के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। स्वागत गान स्कूली बच्चे रिया, वैष्णवी, कनक ने किया। इस अवसर पर नव्या, काव्या, अनुराधा, मिस्टी, नेहा, निधि, पलक, दिवाकर सहित कई छात्र-छात्राओं ने दिनकर की कविताओं का पाठ किया।