जिसके मन का भाव सच्चा होतो है उसका हर काम अच्छा होता है : गुप्ति सागर
गन्नौर। शाकाहार प्रवर्तक उपाध्याय 108 गुप्ति सागर महाराज ने कहा कि जिसके मन का भाव सच्चा होतो है उसका हर काम अच्छा होता है। गुप्ति सागर महाराज जीटी रोड़ स्थित गुप्तिधाम में चल रहें चातुर्मास कार्यक्रम के दौरान प्रवचनों की अमृत वर्षा कर श्रद्वालुओं को भव सागर से पार उतरने का व्याख्यान कर रहें थे। इस पावन अवसर पर इंदौर व दिल्ली से सैकड़ों श्रद्वालु गुप्तिधाम में महारज श्री के प्रवचनों का अमृत ग्रहण करने के लिए आए थे। प्रवचनों की अमृतधारा प्रवाहित करते हुए गुप्ति सागर महाराज ने कहा कि जहां पर एक भी गुनाह माफ ने हो वह है न्यायालय और जहां हजारों गुनाह भी माफ हो जाए वो है जिनालय। महाराज ने कहा कि जिनालय में जाने से जाने अनजाने के किए गए गुनाह भी माफ हो जाते है इसलिय मंदिरों व गुरूओं की शरण में जरूर जाना चाहिए। महाराज ने कहा कि फैली इन फिजाओं में,महक तुम्हारे धाम की। सुध बुध खोया मन बावरा ये महिमा है प्रभु तुम्हारे नाम की। गुप्ति सागर महाराज ने संसार के बारे में बताते हुए कहा कि दुआ भी तकदीर बदल देती है,जैसा चाहोगें वैसा होगा बुजुर्गो की सेवा,छोटों को प्यार यही तो है संसार। महाराज श्री ने कहा कि हम कुछ भी न बोले फिर वो सुन ले उसी का नाम तो है परमात्मा और वो कुछ ना बोले और हम फिर भी सुन ले उसी का नाम है श्रद्वा। गुप्ति सागर महाराज ने कहा कि प्रभुदर्शन से नूर मिलता है गमे दिल को सरूर मिलता है जो इनके दर पर आता है उसे कुछ न कुछ जरूर मिलता है। इस अवसर पर ब्रहाचारिणी बहन रंजना दीदी,एडवोकेट एस के जैन,सुबोध जैन,डी के जैन,राहुल जैन,निर्मल जैन इंदौर,राकेश जैन लोटस वाले सहित भारी संख्या में श्रद्वालु मौजूद रहें।