आर्य समाज का उद्देश्य संपूर्ण समाज को एकसूत्र में है बांधना : सुरेंद्र पंवार
सोनीपत। विधायक सुरेंद्र पंवार ने कहा कि आर्य समाज एक समाज सुधार आंदोलन है, इस समाज का उद्देश्य वैदिक धर्म को पुन: स्थापित कर जातिबंधन को तोड़कर संपूर्ण समाज को एकसूत्र में बांधना है, ताकि संपूर्ण समाज प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे व सामाजिक कुरीतियां समाज से दूर रहे। विधायक सुरेंद्र पंवार आर्य समाज काठ मंडी के 37वें वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने के उपरांत क्षेत्रवासियों व विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राई से पूर्व विधायक चौ. जयतीर्थ दहिया भी मौजूद रहे।
विधायक सुरेंद्र पंवार ने आर्य समाज के संस्थापक महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती को कोटि-कोटि नमन करते हुए आर्य समाज काठ मंडी के 37वें वार्षिकोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने सन 1875 में 10 अप्रैल को आर्य समाज की स्थापना की। आर्य का अर्थ है भद्र एवं समाज का अर्थ है सभा। अत: भद्रजनों का समाज। आर्य समाज एक समाज सुधार आंदोलन है। आर्य समाज शिक्षा, समाज-सुधार एवं राष्टÑीयता का आंदोलन रहा। भारत के अधिकांश स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आर्य समाजी रहे है। आर्य समाज ने समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है। न सिर्फ नई दिशा देने का कार्य किया बल्कि समाज के पथ प्रदर्शक के रूप में भी कार्य किया। स्वामी जी के विचारों का संकलन उनकी कृति सत्यार्थ प्रकाश में मिलता है, जिसकी रचना स्वामी दयानंद सरस्वती ने हिंदी में की। समाज में फैल रही अनेकों सामाजिक कुरीतियों को भी आर्य समाज ने समाज से दूर करने का कार्य किया। आज महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती के दिखाए मार्ग पर चलकर आर्य समाज काठ मंडी भी समाज का कल्याण करने में अपना अमिट योगदान दे रहा है। इस दौरान प्रधान विजय आर्य, आचार्य विजयपाल आर्य, देवराज दहिया आर्य, नरेश कुमार आर्य, पार्षद नीतू दहिया, भगत सिंह आर्य, कपिल देव आर्य, सत्यवेश आर्य, रमेश आर्य, राजपाल आर्य, सतवीर आर्य, राजेश दहिया, बलवान ढाका, सतपाल दहिया, जयसिंह दहिया, राजकुमार, सुरेश बंसल, राजकुमार शास्त्री, प्रवीन कुमार सहित अन्य गणमान्यजन मौजूद रहे।