सीबीएसई की कम्पार्टमेंट परीक्षा के सफल नतीजों में हुई शानदार बढ़ोतरी : सिसोदिया
नई दिल्ली, 11 सितंबर। केजरीवाल सरकार के स्कूलों ने सीबीएसई की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया है। बीते दिनों आए कम्पार्टमेंट रिजल्ट के बाद दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा 10वीं के बोर्ड रिजल्ट में अप्रत्याशित रूप से 16.02 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और अब 10वीं का कुल पासिंग परसेंटेज 81.27 प्रतिशत से बढ़कर 97.29 प्रतिशत हो गया है।
पासिंग परसेंटेज का यह इजाफा कक्षा 12वीं के नतीजों में भी देखने को मिला है। जहां दिल्ली सरकार के स्कूलों के 12वीं बोर्ड के नतीजों में 1.92 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 12वीं का कुल पासिंग परसेंटेज 96.29 प्रतिशत से बढ़कर 98.21 प्रतिशत हो गया है।
गौर करने की बात है कि कोरोना के कारण इस बार सत्र 2018-19 के बाद दो साल बाद बोर्ड परीक्षा पूरी तरह सामान्य रूप में हुई थी। इन दो सालों के दौरान बच्चों के मेंटल-इमोशनल वेल-बींग के साथ-साथ उनक पढ़ाई भी प्रभावित हुई लेकिन बावजूद इसके बोर्ड परीक्षाओं में केजरीवाल सरकार के स्कूलों के बच्चों ने न केवल शानदार प्रदर्शन किया है बल्कि कोविड के पूर्व बोर्ड रिजल्ट के रिकॉर्ड को भी तोडा है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी स्टूडेंट्स-टीचर्स व अभिभावक को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना के कारण पिछले 2 सालों में बच्चों की पढ़ाई व उनकी मेंटल-इमोशनल वेल-बींग बहुत ज्यादा प्रभावित हुई।
शैक्षणिक सत्र 2021-22 भी कोरोना से काफी बाधित रहा और बच्चों के सीखने के अवसरों में काफी कमी आई और सीबीएसई द्वारा सामान्य समय की तरह ही बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया गया। जिसमें हमारे बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन जो बच्चे एक या दो विषयों में पास नहीं हो पाए, उन्हें कम्पार्टमेंट की परीक्षाओं में शामिल होना पड़ा।
कड़ी मेहनत, बेहतर योजना और टीचर्स के सपोर्ट की बदौलत हमारे स्कूलों के कक्षा 10वीं के 33,000 से ज्यादा और कक्षा 12वीं के 3,000 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने कम्पार्टमेंट के उस टैग को बदलने का काम किया और पास हुए है । इस रिजल्ट से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वो अगली कक्षा मे और बेहतर पढ़ाईं कर सकेंगे। यह उनके जीवन का बहुत बड़ा क्षण है और इस बात की साबित करता है कि कभी हार नहीं माननी चाहिए।
पिछली बार कोरोना से पहले सामान्य रूप से बोर्ड परीक्षाएं सत्र 2018-19 में आयोजित की गई थी। तब दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा 10वीं बोर्ड के नतीजे कोम्पेर्त्मेंट परीक्षाओं के बाद 81.44 प्रतिशत थे लेकिन 2 साल तक कोरोना के कारण पढ़ाई के प्रभावित होने बावजूद इस साल हमारे बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है और 2018-19 की तुलना में इस साल हमारे 10वीं बोर्ड के रिजल्ट में 15.85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जो हमारे शिक्षकों व बच्चों की कड़ी मेहनत को दर्शाता है।
कक्षा 12वीं के परिणामों पर साझा करने हुए श्री सिसोदिया ने कहा कि सत्र 2018-19 की तुलना में इस साल कम्पार्टमेंट परीक्षाओं के पश्चात 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में 1.68 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2018-19 में कम्पार्टमेंट के बाद 12वीं के नतीजें जहां 96.53 प्रतिशत थे वहीं सत्र 2021-22 में कम्पार्टमेंट की परीक्षाओं के बाद यह नतीजें 98.21 प्रतिशत है।
खास बात यह है कि इस साल सीबीएसई के कम्पार्टमेंट परीक्षाओं में दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों के पासिंग परसेंटेज में पिछले सालों की तुलना में अप्रत्याशित बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2018-19 में सीबीएसई 12वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षाओं में 4936 बच्चों ने भाग लिया था और इनमें से 60.39 प्रतिशत बच्चे पास हुए।
सत्र 2019-20 में 1734 में से 74.39 प्रतिशत, सत्र 2020-21 में 51 प्रतिशत बच्चों ने कम्पार्टमेंट की परीक्षा पास की। वही इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों से 3272 बच्चों ने सीबीएसई 12वीं की कम्पार्टमेंट की परीक्षाएं दी और उनमें से 96.85 प्रतिशत बच्चों ने यह परीक्षा पास की। यानि कि पिछले साल की तुलना में इस साल सीबीएसई की 12वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षा के नतीजों में 45.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सीबीएसई के कक्षा 10वीं के कम्पार्टमेंट के नतीजों को देखे तो 2018-19 में सीबीएसई 10वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षाओं में 42216 बच्चों ने भाग लिया था और इनमें से 38.84 प्रतिशत बच्चे पास हुए। सत्र 2020-21 में 4662 में से 30.84 प्रतिशत बच्चों ने कम्पार्टमेंट की परीक्षा पास की। वही इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों से 34502 बच्चों ने सीबीएसई 10वीं की कम्पार्टमेंट की परीक्षाएं दी और उनमें से 95.88 प्रतिशत बच्चों ने यह परीक्षा पास की। यानि कि पिछले साल की तुलना में इस साल सीबीएसई की 10वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षा के नतीजों में 65.04 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।