अंधविश्वास भगाने के लिए मृत्यु भोज के बदले किया साड़ी वितरण
बेगूसराय, 08 सितम्बर। समाज में श्राद्धभोज में होने वाले अप्रत्याशित खर्च को लेकर काफी बदलाव दिखने लगे हैं। ऐसा ही बदलाव दिखा है बखरी के एक निजी स्कूल के निदेशक की माता सबरी देवी के श्राद्ध कर्म में। जहां कि सबरी देवी के पुत्र दानेश्वर यादव एवं तारकेश्वर यादव ने परंपरागत श्राद्धकर्म से अलग हटकर मृत्यु भोज को अंधविश्वास मानते हुए जरूरतमंद विधवाओं के बीच साड़ी का वितरण किया। उन्होंने कहा कि मृत्यु भोज अंधविश्वास का एक अंग है, हमने गायत्री परिवार की विधि से इस आयोजन को कराकर समाज को प्रेरित किया है कि वे अंधविश्वास के दलदल से निकलकर अपने परिवार के बच्चों को शिक्षित करने का काम करें तथा देश की तरक्की में अपनी महती भूमिका निभाएं।
इस अवसर पर दरभंगा स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने अंधविश्वास विरोधी कदम की प्रशंसा करते हुए आशा व्यक्त किया कि आने वाले दिनों में देखा देखी समाज में अवश्य परिवर्तन होगा। वहीं, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान एवं खगड़िया जिला पार्षद संघ के अध्यक्ष कृष्णा यादव ने मृत्यु भोज नहीं करने को सामाजिक परिवर्तन की ओर अग्रसर कदम बताया।
कार्यक्रम में बहादुरपुर पंचायत के मुखिया लोहा सिंह, सरपंच पशुपति पटेल, बेगूसराय पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार, सुरेन्द्र सिंह, शिव प्रकाश भारद्वाज, अधिवक्ता मनोहर केसरी, निवर्तमान पार्षद नीरज नवीन, सपा जिलाध्यक्ष दिलीप केसरी, वरिष्ठ पत्रकार राजेश अग्रवाल, श्री विश्वबंधु पुस्तकालय बखरी के अध्यक्ष कौशल किशोर क्रान्ति ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। संचालन संस्कृत शिक्षक रामनंदन अज्ञानी एवं धन्यवाद ज्ञापन राजद नेता रामबालक यादव ने किया।