गुरुग्राम: फर्रूखनगर-दिल्ली ट्रैक पर फिर से बजी रेल की सीटी
-अब और भी बंद ट्रेनों के संचालन के किए जाएंगे प्रयास
-कोरोना में बंद हुई ट्रेनों के संचालन में डीपी गोयल के प्रयास सराहनीय
गुरुग्राम, 23 मई । कोरोना महामारी में बंद हुई ट्रेनों के संचालन को केंद्रीय रेल मंत्री, रेल राज्य मंत्री, सांसदों से मिलकर सिफारिश करने वाले रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य डीपी गोयल लंबे समय से प्रयासरत हैं। अब से पहले कई ट्रेनों का संचालन वे करवा चुके हैं। सोमवार को फर्रूखनगर-दिल्ली (04030), दिल्ली-फर्रूखनगर (04901) के बीच ट्रेन को भी शुरू करवा दिया गया।
इस मौके पर जिला परिषद गुरुग्राम उपाध्यक्ष संजीव यादव, दैनिक रेल यात्री संघ से भीम सिंह सारवान, हरभजन सिंह बाजवा, छतर सिंह पोसवाल की ओर से डा. डीपी गोयल, नवीन गोयल को क्षेत्र की तरफ से पगड़ी पहनाकर स्वागत व सम्मान किया गया। गुरुग्राम-रेवाड़ी-जयपुर रेल मार्ग पर बंद पड़ी ट्रेनों के संचालन में अग्रणी भूमिका निभा रहे डीपी गोयल के कार्यों की सराहना करते हुए क्षेत्र के लोगों ने धन्यवाद किया है। इस अवसर पर डीपी गोयल के साथ पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल, किसान नेता राव मान सिंह ने ट्रेन को झंडी दिखाई। डीपी गोयल केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, गुरुग्राम के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का आभार व्यक्त किया है।
अपने संबोधन में नवीन गोयल ने कहा कि फर्रूखनगर रेलवे स्टेशन ऐतिहासिक है। देश में मुंबई के ठाणे के बाद वर्ष 1873 में दूसरी लाइन यहां डाली गई थी। इस ऐतिहासिक स्टेशन के सौंदर्यकरण के लिए वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल और रेल मंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि परिवहन के संसाधनों में इजाफा करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने विशेष कदम उठाए हैं। लंबी दूरी की बसों, ट्रेनों का संचालन करके यात्रियों को लाभ दिया है। इस मौके पर सन्दीप शर्मा, रजनीश सिंह राठी, गगन गोयल, धर्मेन्द्र शर्मा, राजेश बंसल, जितेश गोगिया, लोकेश नारंग भी उपस्थित रहे।
किसान नेता राव मान सिंह ने कहा कि कोरोना ने हम सबको प्रभावित किया है। रेलवे यात्रा का सस्ता साधन है। ट्रेनें बंद होने के बाद यात्रियों को अधिक खर्च करके दूसरे वाहनों में यात्रा करनी पड़ती थी। इस ऐतिहासिक स्टेशन पर ट्रेन बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी। डीपी गोयल, नवीन गोयल ने सकारात्मक प्रयास किए और आज इस ट्रेन का फिर से संचालन हो गया है। इस सेवा के बाधित होने से 40-45 गांवों का रेल मार्ग से संपर्क टूटा हुआ था। अब इस ट्रेन के संचालन से क्षेत्र में खुशी की लहर है।