दो दिवसीय टी 20 काशी तमिल दिव्यांग क्रिकेटम् 26 से
वाराणसी,24 नवम्बर। पूरे एक माह तक चलनेे वाले ‘काशी-तमिल संगमम्’ को विस्तार देकर इसे लोक उत्सव बनाने के लिए ऑल इंडिया दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन एवं भारतीय जनता पार्टी दिव्यांग प्रकोष्ठ ने पहल की है। महोत्सव के तहत दो दिवसीय टी 20 काशी तमिल दिव्यांग क्रिकेटम् का आयोजन रेवड़ी तालाब स्थित जय नारायण इंटर कालेज के मैदान में 26 नवम्बर से किया जा रहा है।
गुरूवार को यह जानकारी प्रतियोगिता के आयोजन समिति के चेयरमैन वेंकटरमन घनपाठी ने मीडिया कर्मियों को दी। उन्होंने बताया कि काशी और तमिल के बीच जहां दिव्यांग क्रिकेट से यहां की खेल और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, दिव्यांगजनों को भी राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ने का अवसर मिलेगा।
ऑल इंडिया दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश संयोजक डॉ उत्तम ओझा ने बताया कि हमें एक समावेशित भारत का निर्माण करना है । जिसमें सामान्य जनों के साथ दिव्यांगजनों की भी भूमिका हो, हम जो भी उत्सव त्यौहार या इस प्रकार के आयोजन करे उसमें दिव्यांगजनों की भागीदारी सुनिश्चित हो, इसकी चिंता हमें करनी चाहिए । इसी क्रम में काशी-तमिल संगमम में दिव्यांगों के बीच क्रिकेट मैच का आयोजन कराया जा रहा है।
एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी एवं भारतीय जनता पार्टी दिव्यांग प्रकोष्ठ महानगर के संयोजक डॉ संजय चौरसिया ने बताया कि इस टूर्नामेंट में कुल तीन मैच खेले जाएंगे। शनिवार को इस मैच का शुभारंभ होगा, जिसमें शनिवार को एक मैच खेले जाएंगे तथा रविवार को दो मैच खेला जाएगा। इस मैच के उद्घाटन के लिए वाराणसी के जिलाधिकारी उपलब्ध रहेंगे, इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के 15 खिलाड़ी काशी आ रहे हैं जो 25 तारीख की रात में काशी आ जाएंगे।
—महाकवि सुब्रमण्यम भारती के नाम पर सुब्रमण्यम भारतीय कप
डॉ संजय ने बताया कि इस टूर्नामेंट का नाम महाकवि सुब्रमण्यम भारती के नाम पर , सुब्रमण्यम भारतीय कप रखा गया है। काशी-तमिल दिव्यांग क्रिकेटम के आयोजन सचिव डॉ अजीत प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए आयोजन किया जा रहा है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो विजन सामने रखा है । उसी का ही विस्तार किया जा रहा है, इससे काशी और तमिल की संस्कृति व भाषा को बढ़ावा मिलेगा तथा दिव्यांगजन भी लाभान्वित होंगे, काशी और तमिल को लेकर यह पहली प्रतियोगिता वाराणसी में हो रही है।
वार्ता में मनोचिकित्सक डॉ तुलसीदास , डा नीरज खन्ना , आशुतोष प्रजापति , मदन मोहन वर्मा , डॉ मनोज तिवारी भी मौजूद रहे।