भोगीपुर के ग्रामीणों ने बिजली के बिल ज्यादा आने महिला व पुरूषों ने नारेबाजी कर रोष जताया
बिजली बिल ज्यादा आने के विरोध में नारेबाजी करती महिलाएं व पुरूष।
बिजली के बिल ठीक नहीं हुए बिल नही भरेंगे,
गन्नौर। भोगीपुर के ग्रामीणों ने दूसरे दिन पंचायत करके गांव की चौपाल में एकत्रित होकर बिजली के बिल ज्यादा आने के विरोध में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। ग्रामीण निवर्तमान सरपंच संजय राठी, पूर्व इंस्पेक्टर राजवीर राठी के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया कि अगर उनके बिजली के बिल ठीक नही होते तो उनका गांव बिजली के बिल नही भरेगा। इसके बाद भी सरकार ने उनके बिजली के बिल ठीक नहीं किए तो वह प्रदर्शन व रोड जाम का रास्ता अपनाएंगे। उन्होंने बताया कि गांव में रीडिंग लेने जो कर्मचारी गए थे उनके वेतन के पैसे भी बिजली के बिल में जोड़ रखे हैं । इसके अलावा गांव में कोई भी स्ट्रीट लाइट नहीं है उनके पैसे भी बिलों में जोड़ कर भेज रखे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बिल में काफी खामियां है। बिल में यह भी पता नहीं चलता कि यूनिट कितने रेट में लगाई गई है जिससे ग्रामीण यह पता कर सके कि उनका बिजली का बिल कितना गलत है ।
बिजली का 1 लाख 16 हजार बिल, घर में केवल पंखे व लाईट : शेखरधरा
भोगीपूर की बिजली उपभोक्ता शेखरधरा ने बताया कि उनके घर में बिजली के पंखे के अलावा एसी भी नही है। और बिजली का बिल 1 लाख 16 हजार रूपयें भेज दिया। उन्होंने बताया कि इतना बिल देखकर वे हैरान है कि इतना बिजली का बिल कैसे आया। इससे स्पष्ठ है कि बिलों में बहुत गड़बड़ है लेकिन विभाग बिलों को ठीक करने की तरफ ध्यान नही दे रहा है।
बिल में बताया जाए कि रीडीग रेट क्या है : राजबीर
गांव के सेवानिवृत एसआई राजबीर ने बताया कि बिल भी ऐसे दे दिए है कि उनमें कुछ भी पता नही चलता। एक तो बिल पहले की तरह होने चाहिए ताकि उनमें लिखा हो कि रीडिग में रेट क्या लगाए है। दूसरा गांव में एक भी स्ट्रीट लाईट पंचायत खाते से नही जलती तो यह बहुत गलत है। सभी बिलो से ये पंचायत फंड के पैसे हटाए जाए।
कुलर भी घर में नही बिल पहुंचा दिया हजारों रूपये का : रामेश्वर
ग्रामीण बुजुर्ग रामेश्वर ने बताया कि उसके घर में केवल पंखे व लाइट है। उनके घर में बिजली का बिल हजारों रूपये का पहुंचा दिया। इससे उनके लिए बिल भरना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने बिजली का बिल ठीक कराने की मांग की है।