विश्व का एकमात्र ऊंटसवार महिला दस्ता बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड में पहली बार होगा शामिल
बीकानेर, 14 सितंबर। राजस्थान व गुजरात के रेतीले धोरे व विषम भौगोलिक परिस्थितियों में सीमा सुरक्षा बल के जवानों के लिए ऊंट एक अभिन्न साथी है। बीएसएफ का सुप्रसिद्ध ऊंट दस्ता हर वर्ष दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड तथा बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड पर अपनी मनमोहक प्रस्तुति देता है। पिछले कुछ वर्षों से बीएसएफ में महिलाएं भी भर्ती होकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुरुषों के संग कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी कर रही है। अब बीएसएफ की स्थापना की परेड में पहली बार ऊंटसवार महिला दस्ता भी शामिल होगा।
बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने बीएसएफ के नवाचार के तहत बीएसएफ के ऊंट सवार दस्ते में पहली बार महिला बीएसएफ कार्मिकों को शामिल करने का निर्णय किया। इसके लिए पुष्पेंद्र सिंह राठौर डीआईजी बीएसएफ बीकानेर को महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस संबंध में राठौर ने बताया कि बीएसएफ महानिदेशक के आदेश के क्रम में महिला ऊंट सवार दस्ता तैयार करने के लिए महिला प्रहरियों को मनोवैज्ञानिक तौर पर पहले तैयार किया गया। उसके साथ ही कुशल प्रशिक्षकों की निगरानी में बीकानेर क्षेत्रीय मुख्यालय में इन महिला प्रहरियों को ऊंट सवारी का गहन प्रशिक्षण दिया गया। जिसके परिणामस्वरूप आज महिला ऊंट सवार दस्ता पूर्णरूप से तैयार है, जो आगामी एक दिसंबर को होने वाली बीएसएफ स्थापना दिवस कर परेड में पहली बार शामिल होगा। राठौर ने बताया कि यह ऊंटसवार महिला दस्ता विश्व में अपनी तरह का एकलौता पूर्णत: दस्ता होगा।