कुश्ती कोच राज सिंह छिक्कारा को मिला द्रोणाचार्य अवार्ड
सोनीपत, 30, नवंबर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड -2022 के दौरान कुश्ती कोच राज सिंह छिक्कारा को द्रोणाचार्य अवार्ड प्रदान किया । राष्ट्रपति भवन में बुधवार को नेशनल स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर अवॉर्ड-2022 का आयोजन किया गया । इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुश्ती कोच राज सिंह को उनके अहम योगदान के लिए द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने देश के लिए करीब 70 ऐसे पहलवान तैयार किये जिन्होंने ओलंपिक, एशियाई खेलों व अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए। कुश्ती कोच राज सिंह छिक्कारा को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलने पर जिला उपायुक्त ललित सिवाच, नगराधीश डॉ.अनमोल, भारतीय महिला कुश्ती टीम के पूर्व चीफ कोच कुलदीप मलिक,पूर्व एईओ जगवीर मलिक, शमशेर पहलवान भैंसवाल कला आदि ने बधाई दी है ।
राज सिंह छिक्कारा के शिष्यों ने ओलंपिक मेडल, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, भारत केसरी, हिंद केसरी, हरियाणा केसरी व हरियाणा कुमार जैसे कई खिताब हासिल किए हैं। ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, एशियन गेम्स मेडलिस्ट मौसम खत्री, परवेश, युद्धवीर, कुलबीर, रविंद्र भूरा, डालमिया, प्रदीप रायुपर, युद्धवीर, सुनील कुमासपुर, सतपाल, सोनू आदि ने इनके मार्गदर्शन में कुश्ती में देश का नाम चमकाया है। राज सिंह छिक्कारा खेल विभाग में 30 वर्ष सेवाएं देने के बाद इसी वर्ष जुलाई महीने में सेवानिवृत्त हुए हैं । भारतीय जूनियर कुश्ती टीम के पूर्व चीफ कोच के रूप में उन्होंने अहम योगदान दिया । यह उनकी मेहनत का सुखद परिणाम ही था कि उनकी सेवानिवृति पर पहुंचे कुश्ती के कई अंतरराष्ट्रीय पहलवानों ने चांदी का गुर्ज, हनुमान की प्रतिमा, ब्रेजा गाड़ी व पांच लाख रुपये नकद देकर अपने उन्हें सम्मानित किया व उनके दीर्घायु होने की कामना की थी । द्रोणाचार्य अवॉर्ड अवार्ड मिलने के बाद उन्होंने कहा कि यह उनके लिए हौसला बढ़ाने वाला है । सरकार ने कुश्ती के क्षेत्र में उनके योगदान को स्वीकार किया है । उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त होने के बाद भी अपना काम नहीं छोड़ा है । वे कुश्ती से आजीवन जुड़े रहेंगे। वे आगे भी युवा व बाल पहलवानों को ट्रेनिंग देना जारी रखेंगे। सोनीपत, 30, नवंबर ।