प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना ने दिखाई अपनी समुद्री ताकत

– राष्ट्रपति ने आईएनएस सुमित्रा पर सवार होकर 60 से ज्यादा जहाजों और पनडुब्बियों से सलामी ली

– करीब 55 हेलीकॉप्टरों और विमानों ने फ्लाई पास्ट करके समंदर में हवाई ताकत का प्रदर्शन किया

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सोमवार को 12वें प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में भारतीय नौसेना ने अपनी समुद्री ताकत का प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति ने स्वदेश निर्मित समुद्री अपतटीय गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा पर सवार होकर 60 से ज्यादा जहाजों, पनडुब्बियों की समीक्षा करके सलामी ली। इस दौरान करीब 55 समुद्री हेलीकॉप्टरों और विमानों ने फ्लाई पास्ट भी किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे।

सेरेमोनियल गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी के बाद राष्ट्रपति कोविंद आईएनएस सुमित्रा जहाज पर सवार हुए। राष्ट्रपति के बेड़े का नेतृत्व करने वाले इस स्वदेश निर्मित समुद्री अपतटीय गश्ती पोत आईएनएस सुमित्रा पर लगा अशोक चिह्न और तिरंगा देश की शान को दर्शा रहा था। समंदर में अपनी ताकत और तैयारियों को दिखाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल तीन सेनाओं के प्रमुखों और राष्ट्रपति को कार्यक्रम में गार्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया। 12वें प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू का विशेष महत्व इसलिए है, क्योंकि इसे भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाया जा रहा है।

समंदर में अपनी ताकत और तैयारियों को दिखाने के लिए भारतीय नौसेना ने आज विशाखापत्तनम में ‘प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू’ का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में देश के राष्ट्रपति और सशस्त्र-सेनाओं के सुप्रीम कमांडर रामनाथ कोविंद ने नौसेना और कोस्ट गार्ड के युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की क्षमताओं को देखा। इस समीक्षा में स्टील्थ विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम सहित कुल 60 युद्धपोतों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा नौसेना और कोस्टगार्ड के 50 लड़ाकू विमान, टोही विमान और हेलीकॉप्टर भी शामिल हुए जिन्होंने फ्लाई पास्ट किया।

आमतौर पर परेड समीक्षा के दौरान राष्ट्रपति के सामने से दस्ते गुजरते हैं लेकिन प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में राष्ट्रपति के जहाज आईएनएस सुमित्रा ने चार लेन में लंगर डाले हुए राजसी सजावट के साथ तैयार 60 जहाजों को पार किया और सभी ने सर्वोच्च कमांडर को एक-एक करके औपचारिक सलामी दी। समीक्षा परेड में भारतीय नौसेना के साथ-साथ तटरक्षक बल के जहाज और नए लड़ाकू प्लेटफॉर्म, आईएनएस वेला, हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी भी शामिल हुई। आईएन जहाज चेन्नई, दिल्ली, तेग और तीन शिवालिक श्रेणी के युद्धपोत और तीन कमोर्टा श्रेणी के एएसडब्ल्यू कार्वेट भी समीक्षा का हिस्सा बने।

प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू में भाग लेने वाले 60 जहाजों और पनडुब्बियों में से 47 का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में किया गया है। इस प्रकार राष्ट्रपति की समीक्षा परेड में स्वदेशी क्षमताओं और भारत की आत्म निर्भरता का प्रदर्शन किया गया। प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू से पहले ही भारतीय नौसेना ने अपनी समुद्री ताकत का ट्रेलर दिखाना शुरू कर दिया था। बीते शुक्रवार को भारतीय नौसेना ने स्वदेशी युद्धपोत, आईएनएस विशाखापत्तनम से लॉन्च की गई ब्रह्मोस मिसाइल का एक वीडियो जारी किया था। इसके अलावा समुद्र में परेड, समुद्र में खोज और बचाव प्रदर्शन, हॉक एयरक्राफ्ट का एयरोबेटिक्स और एलीट मरीन कमांडो का वाटर पैरा जंप सहित कई मनोरंजक वाटरफ्रंट गतिविधियां आयोजित की गईं।

समीक्षा परेड के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संचार राज्य मंत्री देवुसिंह जे. चौहान की उपस्थिति में राष्ट्रपति ने एक विशेष प्रथम दिवस कवर और एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। समुद्र के लंगर में जहाजों को राजसी अंदाज में विभिन्न नौसैनिक झंडों के साथ औपचारिक रूप से तैयार किया गया था। समीक्षा परेड के दो दिन पहले से सूर्यास्त के बाद मध्य रात्रि तक इन जहाजों को रोशन रखा गया, जिसे विशाखापत्तनम के नागरिक समुद्र तट से देखने पहुंच रहे हैं।

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