चुनाव को लेकर पुलिस विभाग की तरफ से तैनात किए थे 3508 पुलिस कर्मचारी
सोनीपत
पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के तालमेल व रणनीति के चलते 3508 पुलिस कर्मियों ने चुनाव को शांतिपूर्ण पूरा करा दिया। हालांकि कुछ स्थानों पर मोबाइल लेकर जाने को लेकर नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने समझाकर लोगों को शांत कर दिया। चुनाव के दौरान प्रशासनिक अधिकारी व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर से लेकर वायरलेस सेट की मदद से एक-दूसरे के संपर्क में रहे। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर पुलिस की टीम लगातार गश्त करती रही।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कई दिन से पंचायत समिति व जिला परिषद सदस्यों का चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने की तैयारियों में लगे थे। बैठक से लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई थी। सोनीपत पंचायत समिति व जिला परिषद में 975 मतदान केंद्रों पर सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान हुआ। जिला परिषद के लिए जिले के 24 वार्डों में 161 और पंचायत समिति के लिए 706 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें 92 स्थानों पर 168 संवेदनशील और 188 अति संवेदनशील बूथ बनाए गए थे। जहां पुलिस टीम लगातार गश्त करती रही। चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिए पुलिस ने 3508 कर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। इसके साथ ही एसपी हिमांशु गर्ग व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निकिता खट्टर के मार्गदर्शन में सभी डीएसपी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसका असर भी दिखाई दिया। जिले में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हो गया।
सोशल मीडिया पर जुड़े रहे अधिकारी-
पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े रहे। दिनभर व्हाट्सएप, फेसबुक मैसेंजर से लेकर वायरलेस सेट की मदद से एक-दूसरे के संपर्क में रहकर चुनाव को शांति से निपटाया गया। कोई भी सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। जिससे मतदान में कोई गड़बड़ी नहीं हो सकी।
मोबाइल को लेकर कई स्थानों पर हुई नोंकझोक-
चुनाव के दौरान मोबाइल को लेकर कई स्थानों पर नोंकझोक भी हुई। मतदाता मोबाइल लेकर पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें मोबाइल नहीं रखने को कहा। जिस पर उन्होंने मोबाइल रखने में असमर्थता जताई। पुलिस कर्मियों ने उन्हें मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होने का हवाला दिया। इसे लेकर कई स्थानों पर बहस भी हो गई। हालांकि बाद में पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया।