श्रावण मास मे ज्योत महोत्सव पर्व का है विशेष महत्व– तरुण देवीदास
सोनीपत, रमेश कुमार। श्री सेवा समिति महावीर दल सोनीपत द्वारा 112 वे ज्योत महोत्सव की तैयारी हेतू एक धार्मिक कार्यक्रम चार मरला ,हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया।समारोह मे भाजपा नेता तरुण देवीदास बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे जिसमे दक्ष रहेजा ने हनुमान स्वरूप धारण किया,तरुण ने बताया की ज्योत महोत्स्व की शुरुवात सन 1910 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत निवासी भक्त रूपचंद द्वारा की गई । तरुण ने बताया भगत रूपचंद पाकिस्तान से हरिद्वार पैदल चलकर ज्योत लेकर आते थे जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में समृद्धि एवं भाईचारा कायम रखना था । आज वर्तमान में उनके द्वारा दिखाए गए धर्म के मार्ग का अनुसरण हरियाणा के सभी प्रमुख शहरों में किया जाता हैं जिसमे सोनीपत , बेरी ,पानीपत , रोहतक एवम हरियाणा के विभिन्न हिस्सों मे हनुमान जी के स्वरुप को तयार किया जाता है। हनुमान जी का रूप धारण करने वाले दक्ष रहेजा को आज 21 दिन के व्रत के लिए मंदिर प्रांगण में बिठाया गया। ऐसी मान्यता है की हनुमान जी का स्वरूप धारण करने वाला व्यक्ति को 21 दिन के लिए सम्पूर्ण तपस्या करनी पड़ती हैं जिसमे हनुमानस्वरूप प्रभु की भक्ति में लीन रहते हैं। ज्योत महोत्स्व के दिन बैंड बाजे के साथ हरिद्वार में श्री हनुमान स्वरूप जी की सूंदर झांकी निकाली जाती है।
कार्यक्रम में भक्तिमय गीतो में सैंकड़ों श्रद्धालू झूमे जिसमे प्रधान श्याम सुंदर छाबड़ा , राजेश बजाज , बोबी गुसाईं , हन्नी नारंग ,भारती , भुवन छाबड़ा , रमेश , गौरव भोला, हनुमान स्वरूप दक्ष रहेजा के परिवार जन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।