कुरुक्षेत्र: आज भारत की बात गौर से सुनने को दुनिया बेताब: डॉ. बलदेव कुमार
कुरुक्षेत्र, 15 अगस्त। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने स्वतंत्रता दिवस की शुभ वेला पर आजादी के वीरों को नमन करते हुए कहा कि देशवासियों के लिए आज का दिन बेहद खास है। भारत इस दिन आजादी के 75 साल पूरे कर रहा है। 75 वर्षों के कालखंड की विकास यात्रा संघर्ष और रफ्तार की पूरी कहानी बयां करती है। वे सोमवार को विश्वविद्यालय के प्रांगण में स्वतंत्रता दिवस समारोह में बोल रहे थे।
भारत ने कुछ चुनौतियों का अद्भुत तरीके से सामना किया और विश्व में अपनी प्राचीन प्रतिष्ठा स्थापित की है। इसमें कोई दोराय नहीं है आज भारत की बात गौर से सुनने को दुनिया मजबूत हुई है। इसलिए आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश करते हुए हम सब को संकल्प लेना चाहिए कि मैं व्यक्तिगत रूप से देश व समाज हित के कार्य में प्रयासरत रहूंगा। इससे पहले कुलपति ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया और राष्ट्रगान के बाद सलामी ली। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय एक परिवार है। सब अपना कार्य गरिमापूर्ण करते ही हैं। उसके लिए सभी को साधुवाद है। मगर जो कमी है उसे भी पूरा करने की आवश्यकता है। स्वतंत्रता दिवस पर विश्वविद्यालय के हर अधिकारी व कर्मचारी को व्यक्तिगत रूप से संकल्प लेना चाहिए कि वह कोई ऐसे 75 काम निर्धारित करेगा। जो विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के हित में होंगे। इससे आयुर्वेद व विश्वविद्यालय का मान-सम्मान बढ़ेगा।
इसके साथ ही अपने कार्य का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करते हुए कुछ समय समाज व देश कार्यों के लिए भी लगाना चाहिए। मंच का संचालन डॉ. मोनिका और डॉ. यामिनी ने किया। एकल कविता देश के शहीदों को नमन द्वारा वैज्ञानिक डॉ. रजनीकांत ने समारोह को सराबोर कर दिया। कुलसचिव डॉ. नरेश भार्गव ने 76 वें स्वतंत्रता दिवस की सभी को शुभकामनाएं देते हुए कुलपति डॉ. बलदेव कुमार और कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कुलपति द्वारा जो अपेक्षा विश्वविद्यालय परिवार से की गई है उस संकल्प पर खरा उतरने का भरपूर व मजबूत प्रयास किया जाएगा।