पर्सन को पर्सनैलिटी में बदलने के लिए जरूरी है मेहनत और लगन : कर्नल आशीष दूबे
बेगूसराय, 19 नवम्बर। लेट्स इंस्पायर बिहार के द्वारा शनिवार को बेगूसराय के जीडी कॉलेज परिसर में युवाओं से संवाद किया गया। इससे पहले बेगूसराय चैप्टर की बैठक जुबली हॉल में आयोजित किया गया।
मौके पर ले. कर्नल आशीष दूबे ने कहा कि हरेक आदमी एक पर्सन है, हरेक आदमी पर्सनैलिटी नही बन पाता है। पर्सन को पर्सनैलिटी में बदलने के लिए समय सदुपयोग जरूरी है। प्रकृति ने किसी के साथ अंतर नही किया है, पर्सनैलिटी बनने के लिए सीने में एक अच्छा दिल होना चाहिए। जिसके बाद सबकुछ संभव है।
किसी भी काम को पूरा करने के लिए दिल, दिमाग और कर्म में एकरूपता लानी होगी। जब तक यह तीनों एकल नहीं होता, कोई लक्ष्य सफल नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम सभी भारतीय हैं, राज्य और जिला एडमिनिस्ट्रेशन चलाने के लिए बना है। चेहरे पर मुस्कान हो तो समस्या के समाधान आसान हो जाता है। मीठे बोल से समस्याओं का समाधान आधा हो जाता है। टीम वर्क से सफलता मिलती है, सबने महसूस किया है कि सचिन अकेले मैच नहीं जीत सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विकास वैभव ने एलआईबी की शुरुआत की और आज पांच हजार से अधिक लोग जुड़े हुए हैं। ऐतिहासिक रूप से बिहार शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल रहा है, यह भूमि शिक्षा की भूमि है। लेकिन ऐसा क्या हुआ जो बिहार आज अपने गौरवशाली इतिहास को भूल चुका है। आज स्थिति बदल गई है, ऐसी स्थिति में इसमें सुधार के लिए सोचने की जरूरत है। सही सोच से गाड़ी पटरी पर आएगी, सबों को साथ लेकर ही कार्य करने से सफलता मिल सकती है।
यह एक मुहिम है जो लोगों को जोड़ रहा है और बिहार के युवाओं सहित सभी को प्रेरित करने का काम कर रहा है। सभी लोग दिल से जुड़ कर जिम्मेदारी के साथ काम करें। कार्यों का वितरण जरूरी है, तभी इस बड़े मुहिम को लक्ष्य तक पहुंचाया जाएगा। आजादी से पूर्व बलिदान की जरूरत थी, लेकिन अब योगदान की जरूरत है। बैठक की अध्यक्षता और संचालन क्षेत्रीय प्रभारी प्रभाकर कुमार राय ने किया, जबकि युवा संवाद का संयोजन क्रीड़ा भारती के रणधीर कुमार ने किया।
मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राहुल कुमार सिंह, समाजसेवी अश्विनी सिंह, लालबाबू मिश्रा, सतीश गांधी, शिवप्रकाश भारद्वाज, अशोक सिन्हा, डॉ. कुंदन कुमार, जिला समन्वयक ब्रजेश कुमार, प्रवीण गुंजन, डॉ. रमण झा एवं प्रियम रंजन सहित अन्य उपस्थित थे।