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 मुम्बई सिटी एफसी आईएसएल ‘इंविंसिब्लस’ बनने की राह पर

मुंबई, 20 जनवरी। मुम्बई सिटी एफसी ऐतिहासिक अभियान पर निकली है, जिसे हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में पहले कभी नहीं देखा गया है। आइलैंडर्स सटीक अंदाज के साथ पूरी तड़क-भड़क से खेल रहे हैं। लीग चरण में पांच मैच खेले जाने शेष है और मुम्बई सिटी एफसी अभी भी अपराजित चल रही है। आइलैंडर्स इस समय लगातार सबसे अधिक जीत के रिकॉर्ड को आगे बढ़ा रहे हैं, क्योंकि कल रात उन्होंने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी को 4-0 से हराकर लगातार दसवीं जीत हासिल की है।

प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने पहले से ही उन्हें उस प्रसिद्ध ‘इंविंसिब्लस’ सीजन के रूप में देखना शुरू कर दिया है, जिसे आर्सेनल ने इंग्लिश प्रीमियर लीग के 2003-04 सीजन के दौरान कायम किया था। क्या आइलैंडर्स ऐसा करने में कामयाब होंगे, कि वे पूरे सीजन में अपराजित रहने वाले हीरो आईएसएल के पहले क्लब बन जाए।

मुम्बई सिटी एफसी इस सीजन में अब तक 15 मैच खेलकर 45 गोल कर चुकी हैं और अब 46 गोल के सर्वकालिक लीग चरण रिकॉर्ड से केवल एक गोल पीछे है। उनका औसत प्रति मैच 3 गोल का है, जो कि आर्सेनल टीम से बहुत ज्यादा है, जिसका उस सीजन के दौरान गोल औसत 1.92 था।

आइलैंडर्स के एक प्रशंसक ने कहा, “मैं चाहता हूं कि वे ‘इंविंसिब्लस’ हों क्योंकि वे इस सीजन में बहुत शानदार और तेज-तर्रार फुटबॉल खेल रहे हैं, और मैंने भारत में किसी अन्य क्लब को इस तरह खेलते हुए नहीं देखा है। मुझे उम्मीद है कि वे अंत तक अपराजित रहेंगे। हम प्रशंसकों को इस पल का बेसब्री से इंतजार हैं।”

मुम्बई सिटी एफसी का यह सारा दबदबा उनके भारतीय खिलाड़ियों के कारण बना हुआ है, खासतौर पर, लल्लिंजुआला छांगटे और बिपिन सिंह की तेज-तर्रार विंगर जोड़ी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है, जिन्होंने अब तक क्रमशः आठ और छह गोल किए हैं। कुल मिलाकर, मुम्बई सिटी एफसी के लिए 21 गोल उसके भारतीय खिलाड़ियों ने किए हैं, यह अकेला आंकड़ा, उन पांच अन्य टीमों से अधिक है, जो अपने पूरे दल की ताकत लगाकर भी हासिल नहीं कर सकी है।

नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी के खिलाफ मैच के बाद बोलते हुए, मुम्बई सिटी एफसी के हेड कोच डेस बकिंघम ने स्वीकार किया कि यह अभियान उच्च मानकों को स्थापित करने का परिणाम है।

उन्होंने कहा, “मैंने उनको बोला था कि पिछले हफ्ते केरला के खिलाफ, हमारे पहले चार शॉट गोल थे। इसलिए स्कोरलाइन 4-0 थी। पिछले हफ्ते एटीके मोहन बागान के खिलाफ, शुरुआती 20 मिनट में हमने गोल की तरफ जो पहले छह शॉट लगाए थे, उसका परिणाम एक गोल था।” उन्होंने कहा, “मेरा संदेश दोनों मैचों में हाफ टाइम पर और आज रात प्री-मैच के लिए बहुत स्पष्ट था – यह अधिक महत्वपूर्ण है कि हम वो करने की कोशिश करते रहें जो हम पहले मिनट से लेकर 95 मिनट तक करते हैं और हम स्कोरलाइन की ओर ध्यान न देकर वो करने की कोशिश करते रहते हैं जो हम करना चाहते हैं।”

पूरे सीजन में इस तरह के दबदबे को बनाए रखने के लिए फौलादी डिफेंस होना सबसे महत्वपूर्ण है। नए अनुबंधित डिफेंडर मेहताब सिंह ने सेंटर-बैक की पोजिशन को अच्छे से अपना लिया है, जबकि दूसरी पसंद के गोलकीपर होने के बावजूद गोलची पूरबा लछेंपा तेजी से बेहतर हुए हैं और अब उनके नाम पर सात क्लीन शीट हैं, जो अब तक अन्य गोलकीपर्स में सबसे अधिक है।

लेकिन जैसे-जैसे अपराजेय सीजन के बारे में बातचीत और उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं, क्लब के शीर्ष गोल स्कोरर जॉर्ज परेरा डियाज ने संकेत दिया कि हेड कोच उनसे जो चाहते हैं, वह और टीम उसे बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

उन्होंने कहा, “फिलहाल हम अपराजित हैं। अभी हमारा ध्यान (अगले मैच) पर है और इसके बाद हमारा ध्यान अगले मैच पर चला जाएगा।”

बैक से लेकर फ्रंट तक, मुम्बई सिटी एफसी ने अब तक दिखाया है कि वे अपने विरोधियों को कोई भी अवसर नहीं देंगे। क्या आइलैंडर्स अपने अगले मैच में जमशेदपुर एफसी के खिलाफ अपराजित रहने में सफल होंगे, अगर वे ऐसा करने में सफल रहते हैं तो उनका अपराजित रहने का सिलसिला 16 मैचों तक पहुंच जाएगा, जो नया सर्वकालिक लीग रिकॉर्ड होगा। क्योंकि एटीकेएमबी और एफसी गोवा पिछले दो सत्रों में बराबर 15 मैचों में अपराजित रहे थे। एक बार जब यह बाधा टूट जाएगी, तो यह नहीं कहा जा सकता कि यह टीम कितनी ऊंचाइयों को छु पाएगी। अगर वे फरवरी के पहले सप्ताह में हैदराबाद एफसी के खिलाफ इसे बरकरार रखते हैं, तो ‘इंविंसिब्लस’ बने रहने उपलब्धि दूर नहीं रह जाएगी।

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