नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में एक व्यक्ति ने यू-ट्यूब से फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाना सीखा। इसके बाद आरोपित ने उसकी मदद से एक बैंक खाता खोलकर महंगे सामान फाइनेंस कराना शुरू कर दिया। जिस व्यक्ति का फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाया गया था, उससे बैंक वालों ने पैसों की डिमांड शुरू कर दी। ठगी का पता चलते ही पीड़ित ने मामले की सूचना पुलिस को दी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपित सेक्टर-78, फरीदाबाद निवासी रमन नागपाल (47) को गिरफ्तार कर लिया।
इसके पास से फाइनेंस कराए गए दो महंगे मोबाइल फोन व फर्जी आधार और पैन कार्ड बरामद कर लिए गए। पुलिस पकड़े गए आरोपित से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि पिछले दिनों लाहौरी गेट थाने में जितेंद्र धवन (50) नामक शख्स ने ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि वह पर्दों के एक शोरूम पर काम करते हैं। किसी ने उनके नाम का फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाकर ठगी कर ली है। आरोपी ने एक निजी बैंक में खाता खोलकर उसके नाम से दो महंगे मोबाइल फोन बुक करा लिये हैं। अब बैंक वाले उससे इन फोन की रकम मांग रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आधार और पैन कार्ड पर दिया गया पता भी गलत है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने 13 मई को आरोपित रमन नागपाल को फरीदाबाद उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान उसने ठगी की बात कबूल कर ली। आरोपित ने बताया कि उसने अपने दोस्त अर्पित की मदद से यू-ट्यूब पर फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाना सीखा।
आधार और पैन कार्ड पर आरोपित ने नाम पीड़ित का और फोटो अपना लगा दिया। इसके बाद उसने बैंक खाता खुलवाकर 90 हजार से ज्यादा की रकम के दो मोबाइल फोन फाइनेंस करवा लिये। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।