पेंशन धारकों को ठगने के लिए आ रहे फर्जी कॉल, सावधान रहें पेंशनधारक : एसपी लोकेन्द्र सिंह
किसी तरह की धोखाधड़ी होने पर तुरंत दे पुलिस को सूचना
हिसार, 22 मई । पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने पेंशन धारकों को साइबर अपराधियों से सावधान करते हुए कहा है कि साइबर आपराधियों ने पेंशन धारकों को ठगने का नया तरीका निकाला हैं। आजकल साइबर आपराधियों द्वारा पेंशन धारकों को जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल किया जा रहा है जिससे बचने की जरूरत है।
पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने रविवार को कहा कि फ्रॉड फोन करने वालों के पास पैंशनधारकों के का पूरा डेटा जैसे नियुक्ति तिथि, सेवानिवृति की तिथि, पीपीओ नंबर, पेंशन भोगी भुगतान आदेश संख्या, आधार कार्ड संख्या, स्थायी पता, ईमेल आईडी, सेवानिवृत्ति पर प्राप्त राशि, मासिक पेंशन, नॉमिनी आदि की जानकारी होती है। वे उन्हें इस पूरे डेटा के साथ कॉल करते हैं ताकि पेंशन धारक को यह विश्वास दिलाया जा सके कि वे पेंशन विभाग से हैं। वे पेंशन धारकों का पूरा डेटा बताते हुये उनका जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने के लिए ओटीपी सांझा करने के लिए कहते हैं।
पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि एक बार जब पेंशन धारक फोन पर आये हुये ओटीपी को सांझा कर देते हैं तो साइबर अपराधी को पेंशन धारक के बैंक खाते का डायरेक्ट एक्सेस कन्ट्रोल मिल जाता है। तत्पश्चात वे पेंशन धारक के खाते में जमा समस्त राशि को तुरंत दूसरे फर्जी बैंक खातों या वॉलेट में स्थानांतरित कर देते हैं, इसलिए जागरूक रहें। पेंशन विभाग कभी भी किसी पेंशन धारक को उनका जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल नहीं करता और न ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करता है। यह पेंशन धारकों का कर्तव्य है कि वे अपने जीवन प्रमाण पत्र को व्यक्तिगत रूप से पेंशन विभाग या बैंक में जाकर अपडेट करायें। इस तरह आने वाली फर्जी कॉलों से बचे और पेंशन धारक व नागरिक किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी होने पर तुरंत नजदीकी पुलिस थाना और हेल्पलाइन लाइन नंबर 1930 व cybercrime.gov.in पोर्टल पर सूचना दें।