छोटा शब्द क्षमा बड़े से बड़े युद्ध और विवाद को खत्म करने में समर्थ होता : विचक्षण मुनि
सवन्तरमहापर्व पर प्रवचन करते जैन संत।
गन्नौर। सवंत्सरी महापर्व एसएस जैन स्थानक गन्नौर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया संवत्सरी पर्व के अंतिम दिन जैन स्थानक में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाने के साथ-साथ जैन संतों ने अपने मुखारविंद से प्रवचनों की अमृत वर्षा कर सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। प्रख्यात जैन मुनि विचक्षण मुनि महाराज ने अपने प्रवचनों के माध्यम से लोगों को संदेश देते हुए कहा कि छोटे से शब्द क्षमा में इतनी शक्ति है कि वह बड़े से बड़े युद्ध और विवाद को खत्म करने में समर्थ होता है और ईर्ष्या से जलते हृदय में भी शांति का संचार करता है। क्षमावाणी वर्ष में एक दिन नहीं बल्कि प्रतिदिन व प्रति क्षण होना चाहिए। केवल क्षमा पर्युषण का अदि व अंत शब्द है अतº इसके महत्व को समझते हुए उदारता को अपनाना चाहिए। मुनि महाराज ने कहा कि यह पर्व हमें अधिक सहिष्णु, अधिक उदार और अधिक करुण होने की याद दिलाता है। इस अवसर पर उदितराम मुनि ,प्रयाग मुनि सहित कई मुनि महाराज के अलावा एस. एस. जैन सभा गन्नौर के प्रधान सुनील जैन, संयोजक शेखर चंद जैन, महामंत्री जगदीश जैन, मंत्री पिंटू जैन, कोषाध्यक्ष बलराम जैन, सुनील जैन, गौरव जैन, राकेश जैन व सुरेश जैन सहित काफी श्रद्धालु मौजूद रहे।