चिकित्सकों की टीम ने 5 पशुओं की मौत के बाद पोस्टमार्टम करवाने के बाद मृत पशुओं के सैम्पल लेकर लैंब में भिजवाएं
पशुपालन विभाग के एसडीओ नीरज वर्मा मृत पशुओं के सैम्पल करवाते हुए।
– गंभीर हुए पशुओं की इलाज के दौरान चिकित्सकों ने किया 80 प्रतिशत रिकवरी का दावा
– न ही लंपी व न ही रहस्यमय बीमारी, पशुपालक घबराएं नही : एसडीएम
गन्नौर। लंपी की दस्तक के बीच गांव खेड़ी गुज्जर में अचानक रहस्यमय बीमारी से एक ही पशुपालक की 4 दुधारू भैस, एक कटड़े सहित पांच की मौत के बाद पशुपालन विभाग की अन्य गंभीर हुए पशुओं को बचाने में सोमवार को जुटी रही। वहीं मृत पशुओं का पोस्टमार्टम करवाने के लिए टीम ने सैम्पल लेकर लैंब में भेज दिया। मंगलवार को पशुपालन विभाग के एसडीओ नीरज वर्मा के नेतृत्व में अन्य गंभीर हालत में पशुओं का इलाज कराने में लगी है। विभाग का कहना कि अन्य गंभीर हालत में पशुओं का इलाज के बाद उनकी 80 प्रतिशत हालत में सुधार है। ज्ञात रहे कि अचानक पशुओं की मौत से ग्रामीणों में दहशत हो गई थी कि कही लंपर बीमारी ने गांव में दस्तक न दे दी हो। वे तुरन्त मृत पशुओं को गांव से बाहर ले गए थे। अचानक रहस्मय बीमारी से पशुओं की मौत के बाद भी गांव में तैनात वीएलडी राकेश पशुओं का इलाज करने में लगे रहे। धीरे- धीरे करके 4 दुधारू पशुओं व एक कटड़े की मौत हो गई। सूचना के बाद शाम को करीब 7 बजे विधायक निर्मल चौधरी पहुंची और उसके बाद उन्होंने सख्ती की तो विभाग पशुपालन विभाग की टीम पहुंची।
न ही लंपी व न ही रहस्यमय बीमारी, पशुपालक घबराएं नही : एसडीएम
– देर रात तक गांव में पशुओं का इलाज कराने में लगे एसडीएम सुरेन्द्र दून ने बताया कि गांव के पशुपालकों को घबराने की जरूरत नही है। न ही लंपी व न ही रहस्यमय बीमारी है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि है कि सभी पशुओं की मौत फूड प्वायजिंग के कारण हुई है। अन्य पशुओं को इलाज व देखभाल करने के कारण उन्हें बचा लिया है।
पशुपालक की 4 भैस व एक कटड़े की मौत से करीब लाखों रूपयें का नुकसान : विरेन्द्र
– पशुपालक विरेन्द्र ने बताया कि अचानक पशुओं की मौत से उसे करीब 6 लाख का नुकसान हुआ है। उनके दुधारू पशु की मौत होने से अब उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। एक तो उनकी भैस चली गई, दूसरा दुध की ब्रिकी भी बंद हो गई। ग्रामीणों ने सरकार, विधायक, प्रशासन से पशुपालक विरेन्द्र की आर्थिक सहायता के लिए प्रशासन से आर्थिक सहयोग की मांग की है।
फूड प्वायजिंग से हुई सभी पशुओ की मौत : एसडीओ
– पशुपालक विभाग के एसडीओ नीरज वर्मा बताया कि चिकित्सकों ने जांच की तो पता चला कि पशुओं की मौत फूड प्वाईजिंग के कारण हुई है। असली जहरीले पदार्थ का पता तो लैंब में भेजे मृत पशुओं के सैम्पल की रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा।