75 वर्ष की उम्र में भी जवानों जैसा जोश , तैर कर पार किया गंगा जी का पाट
बैंयापुर की 75 वर्षीय महिला ओमवती ने सोशल मीडिया पर किया धमाल
दादी ओमवती
सोनीपत, 29 जून ( योगेश सूद ) : सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.. जिसमें एक बुजुर्ग महिला हरिद्वार की हरकी पौड़ी से गहरे पानी में छलांग लगा रही है और तैराकी करती हुई सकुशल किनारे पर पहुंचती है.. यह बुजुर्ग महिला सोनीपत के बंदे पुर की रहने वाली 75 वर्षीय ओमवती है और ओमवती के किस्से सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। आखिर उम्र के 75 वें पड़ाव में भी कैसे हरिद्वार में ऊंचाई से गंगा जी में छलांग लगाई : –
जिस उम्र में बुजुर्ग बिस्तर पकड़ जाते हैं और उन्हें उठने बैठने चलने फिरने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है ऐसे में अगर कोई बुजुर्ग महिला हरिद्वार की हर की पौड़ी से गहरे पानी मैं छलांग लगा दे और गंगा नदी के काफी तेज बहाव में तैर कर किनारे तक पहुंच जाए तो यह अंदाजा आप खुद ब खुद लगा लेंगे कि 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला कितनी चुस्ती और फुर्ती वाली होगी। और यह स्थिति तब है जब ओमवती की एक सड़क दुर्घटना में घुटने चेंज हुए थे और बावजूद इसके वह अपनी हिम्मत और हौसले के बलबूते लगातार बहुत ज्यादा एक्टिव रहती हैं सुबह 4:00 बजे उठकर पूजा पाठ कर अपनी दिनचर्या में व्यस्त हो जाती हैं। उनको नाचना कूदना भी बहुत ज्यादा पसंद है और इस उम्र में भी जमकर डांस करती हैं ।
गौरतलब है बुजुर्ग महिला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है । क्योंकि बुजुर्ग महिला हरिद्वार में हर की पौड़ी पर बनाई गई रेलिंग पर खड़ी होकर गहरे पानी में छलांग लगा रही है और तैरती हुई किनारे तक जा रही है और देश दुनिया में यह वीडियो जम कर वायरल हो रहा है। रॉकिंग दादी 75 वर्ष की है और उनका जन्म में थाना कलां सोनीपत में हुआ और उनकी शादी बंदे पुर में हुई उनके पति बताते हैं कि वह शुरुआत से ही बहुत ज्यादा फुर्तीली रही है और बचपन से ही गांव के जोहड़ तालाब और कुएं में छलांग लगाकर तैरना सीख गई थी और उसी का नतीजा है कि आज हरिद्वार के हर की पौड़ी से भी उन्होंने छलांग लगाई।
क्या कहना है रॉकिंग दादी का :
रॉकिंग दादी ने लोगों को संदेश देते हुए यह भी कहा है कि कोई उन्हें देखकर छलांग ना लगाएं… क्योंकि वह तैरना जानती हैं और कोई उनको फॉलो ना करें, दादी से जब बातचीत की तो दादी काफी खुशी में झूमती हुई यह कह रही थी कि हरिद्वार में जाकर छलांग लगाकर नहाई हूँ, उन्होंने अपने वक्त में देसी घी खाया है और आजकल की पीढ़ी में कोई दम नहीं है, और दादी ने चैलेंज करते हुए कहा कि अगर कोई उन्हें यह कहे कि हमारे सामने कूदकर दिखाओ तो उनके सामने भी कूद कर दिखा सकती हैं। दादी ने बताया कि सभी लोग कूद कूद कर नहा रहे थे तो मेरा भी मन किया तो मैंने भी छलांग लगाकर स्नान किया। रॉकिंग दादी ने यह भी कहा कि अपनी उम्र देख कर ही छलांग लगाना, गहराई बहुत ज्यादा है। मेरी होड मत करना मैं शरीर से ठीक हूं और उन्होंने यह भी कहा कि मुझे नाचने और गाने का भी बहुत ज्यादा शौक है। ओमवती ने बताया कि एक सड़क दुर्घटना में करीबन डेढ़ साल तक बिस्तर पर रही है। लेकिन उनके परिवार और उनकी बहू बेटियों ने उसे संभाला है और आप भी वे बिल्कुल दुरुस्त हैं।
हरिद्वार में साथ ले कर जाने वाले उनके बेटे ने बताया कि उनकी मां को बचपन से ही तैराकी करने का शौक रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने इच्छा जाहिर की थी कि वह छलांग लगाना चाहती हैं और उन्होंने इजाजत दे दी थी और उसके बाद से कुशल किनारे तक पहुंची। और उनके बेटे ने अन्य लोगों को संदेश देते हुए कहा है कि अन्य लोग ऐसा कभी ना करें क्योंकि मेरी माँ एक कुशल तैराक है।